Latest :
समाजसेवी अजय कत्याल ने बच्चों संग मनाया अपना जन्मदिवसएनसीआर में संडे के बड़े इवेंट फरीदाबाद हाफ मैराथन की सभी तैयारी पूरी, सीएम मनोहर लाल होने मैराथन में चीफ गेस्टफरीदाबाद जिले के सभी 6 विधानसभाओं में चुनाव कार्यालय का हुआ शुभारम्भलोकसभा चुनाव को लेकर अधिकारियों के लिए कार्यशाला का आयोजनयुवाओं के लिए युवा संसद का आयोजनफरीदाबाद हाफ मैराथन में तीन दिन शेष, रजिस्ट्रेशन बंद, एक लाख से अधिक लोगों ने करवाया रजिस्ट्रेशनयुवा वैज्ञानिक के रूप में चयनित हुए छात्र सिद्धार्थहाफ मैराथन में अब तक 40 हजार लोगों ने किया रजिस्ट्रेशन09 मार्च को न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालतमहारानी की प्राण प्रतिष्ठा दिवस पर रक्तदान कर बनें पुण्य के भागी : भारत अरोड़ा
Faridabad

सीएम फंड : ठेकेदार के खिलाफ लेगा बिजली निगम एक्शन, जाने क्यों

December 05, 2018 05:11 PM

Shikha Raghav, Faridabad; 05th December : सीएम फंड से किए जा रहे कार्य के एक ठेकेदार के खिलाफ बिजली निगम जल्द एक्शन लेगा क्योंकि उक्त ठेकेदार बिजली निगम के नियमों को ताक पर रखकर बिजली कनेक्शन का गलत प्रयोग कर रहा है। आपको बता दें कि एनआईटी रोज गार्डन में सीएम फंड से पार्क के सौंन्दर्यकरण का काम किया जा रहा है। इस फंड से पार्क के बाहर टाईलें लगाना, पार्क की चारदीवारी ऊंची करना व टाईलें लगाने सहित पार्क के अंदर भी कार्य करना है। नगर निगम ने इस कार्य का ठेका ठेकेदार मलिक को दिया हुआ है लेकिन उक्त ठेकेदार एनजीटी के आदेश, नगर निगम के नियम व बिजली निगम के नियमों को ताक पर रखकर काम कर रहा है।

फाइनेंस कमेटी ने कम किया बजट

नगर निगम ने रोज गार्डन के सौंन्दर्यकरण के लिए ठेका निकाला जिसे ठेकेदार मलिक ने करीब 1 करोड़ 10 लाख रुपए का भरा लेकिन फाइनेंस कमेटी ने इस रकम को कम करते हुए करीब 6 लाख रुपए ठेकेदार से कम करवा लिए। यानि कुल मिलाकर कहा जाए तो फाइनेंस कमेटी ने नगर निगम को 6 लाख रुपए का फायदा पहुंचाया।

पुरानी ईंटों से किया काम, स्टार खबरें ने चलाई थी वीडिय़ों

फाइनेंस कमेटी ने जहां एक तरफ नगर निगम को करीब 6 लाख रुपए का फायदा पहुंचाया, वहीं निगम अधिकारियों ने अपनी आंखे बंद कर निगम को नुकसान करवा दिया। आपको बता दें कि स्टार खबरें ने अभी कुछ समय पहले ही एक वीडिय़ों वायरल किया था जिसमें साफ साफ दिख रहा था कि ठेकेदार नीचे जमीन से ईंटे उखाड़ कर पार्क की दीवारों को ऊंचा करवा रहा है। वीडिय़ों में मजदूर ने खुद बताया है कि ठेकेदार ने उन्हें कहा कि नीचे से पुरानी ईंटे निकाल कर पार्क की चारदीवारी को ऊंचा कर दें। हालांकि इस बात की जानकारी स्टार खबरें ने निगम अधिकारियों को भी दी लेकिन निगम अधिकरियों ने इस बात को नजरअंदाज कर दिया और ठेकेदार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।

कैसे हुआ निगम को आर्थिक नुकसान

ठेके  के अनुसार ठेकेदार को पार्क की चार दीवारी को ऊंचा करना था और उस पर टाईले लगानी थी। साथ ही पार्क और सडक़ के बीच की ग्रीन बेल्ट पर भी इंटरलाकिंग टाईल्स बिछाने का काम करना था। अब ठेकेदार ने अपना फायदा और निगम का नुकसान करते हुए ग्रीन बेल्ट में लगी खंडज़े की ईंटों को ही उखाड़ कर चारदीवारी को ऊंचा कर दिया। यानि ठेके में तो दर्शाया गया कि ईंटे नई आयी और उससे चारदीवारी को ऊंचा किया गया लेकिन असलियत में हुआ यह कि पुरानी खड़ंजे की ईंटों से ही चारदीवारी को ऊंचा कर दिया। यानि सीधे-सीधे निगम को आर्थिक चपत। इसे कहते हैं निगम का ही माल निगम को ही बेच दिया।

पार्क में ही लगा दी टाईल बनाने की फैक्ट्री

अब बात करते हैं बिजली निगम की। ठेकेदार ने नगर निगम से बिजली का कनेक्शन लेने के लिए एक लेटर लिखवाया जिस पर बिजली निगम ने ठेकेदार को पार्क में एक कनेक्शन दे दिया लेकिन यह कनेक्शन ठेकेदार को सिर्फ जॉब वर्क के लिए दिया गया था। इस मीटर पर ठेकेदार यहां कोई फैक्ट्री या इंडस्ट्री नहीं लगा सकता था लेकिन ठेकेदार ने यहां भी बिजली निगम के नियमों को ताक पर रखकर यहां टाईल बनाने की फैक्ट्री ही लगा दी। ठेकेदार यहां पर लगभग पिछले 9 माह से टाईले बनाने का कार्य कर रहा है।

बिजली निगम लेगा एक्शन : एसई

बिजली निगम के एसई पीके चौहान ने कहा कि किसी भी अस्थाई मीटर पर फैक्ट्री या इंडस्ट्री नहीं लगाई जा सकती। यह सरासर नियमों के खिलाफ है। मौके का मुआयना कर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। आवश्यकता पडऩे पर इस कनेक्शन को काटते हुए कानून के दायरे में कार्रवाई होगी। 

बिजली निगम के एसई द्वारा दिए गए बयान से यह तो स्पष्ट हो गया कि पार्क में लगी हुई यह फैक्ट्री अवैध है लेकिन नगर निगम सब कुछ जानते हुए भी चुप्पी साधे बैठा है।

क्या निगम अधिकारियों के पास है कोई लेखा-जोखा

नगर निगम अधिकारियों के पास पार्क में लगी उक्त फैक्ट्री के संबंध में कोई लेखा-जोखा नहीं है। लगभग पिछले 9 माह से पार्क में टाईल बनाने की यह फैक्ट्री लगी हुई है। यहां पर कितनी टाईलें बनाई गई और पार्क में कितनी टाईलें लगी, इस बात की निगम अधिकारियों के पास कोई जानकारी नहीं है। पार्क में सैर करने वाले एक वृद्ध ने बताया कि यहां से तो टाईले ट्राली में भर कर बाहर भी जाती हैं। यानि यहां टाईल सिर्फ पार्क में लगने के लिए ही नहीं बल्कि बाहर के लिए भी बनाई जा रही है। हालांकि यहां से टाईल बाहर जाने के कोई पुख्ता प्रमाण नहीं है लेकिन वृद्ध ने बताया कि उन्होंने स्वयं ऐसा होते देखा है।

एनजीटी के नियमों का सरेआम उल्लंघन

प्रदूषित शहरों में फरीदाबाद पहले स्थान पर पहुंच गया है। इसके बाद एनजीटी ने सख्त रवैया अपनाते हुए निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी थी और जिला प्रशासन को आदेश भी दिए थे कि किसी भी तरह की डस्ट बाहर सडक़ पर न हो और ऐसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने को भी कहा था लेकिन एनजीटी के आदेशों को सरेआम ताक पर रखकर ठेकेदार मलिक ने पार्क में ही सरेआम फैक्ट्री लगा रखी है। इतना ही नहीं पार्क के बाहर भी सरेआम डस्ट के टीले लगा रखे हैं लेकिन नगर निगम प्रशासन अपनी आंखें मूंदे सो रहा है। ऐसा नहीं है निगम को इस बात की जानकारी नहीं है बल्कि अधिकारियों को सब कुछ पता होते हुए भी वह कोई कदम नहीं उठा रहे।

बिना किराया दिए चल रही फैक्ट्री

वैसे तो नगर निगम आय के स्त्रोत खोज रहा है लेकिन अपनी ही जमीन पर निगम ने अवैध रूप से फैक्ट्री लगवा दी है। जबकि नियमानुसार निगम की यदि कोई जगह प्रयोग की जाए तो उसे उसका किराया देना होता है। रोज गार्डन में लगभग पिछले 9 माह से टाईल बनाने की फैक्ट्री लगी हुई है लेकिन नगर निगम के पास इस बावत कोई आय नहीं आई। जबकि रोज गार्डन की जमीन नगर निगम के अधीन आती है। यानि यदि यहां पर ठेकेदार को फैक्ट्री लगानी थी तो उसे नगर निगम से इसकी अनुमति लेनी चाहिए थी लेकिन ठेकेदार ने ऐसा नहीं किया और यहां टाईल लगाने की फैक्ट्री ही लगा दी।

अजीब विडम्बना है कि नागरिकों के लिए ही बनाए गए पार्क में यदि कोई नागरिक घूमने आता है तो उसे अपना वाहन खड़ा करने के लिए सरकार को पार्किंग शुल्क देना होता है लेकिन यहां इसी पार्क में टाईल बनाने का कारखाना इतने लंबे समय से चल रहा है, फिर भी निगम को इससे कोई आय नहीं है।

क्या कहता है ठेकेदार

जब ठेकेदार मलिक से इस बारे में बात की गई कि क्या आपके वर्क ऑर्डर में यहां प्लांट लगाने का विवरण है, साथ ही क्या आप इस फैक्ट्री को निगम की जमीन पर लगाने की एवज में कोई किराया दे रहे हैं तो वह अन्य साईटों का हवाला देते हुए बात को टालते रहे लेकिन उन्होंने किसी भी सवाल का स्पष्ट जबाव नहीं दिया।

अब इस पूरे मामले में कई सवाल खड़े होते हैं

1-पार्क में फैक्ट्री लगाना यदि नियमों के खिलाफ है तो निगम अधिकारी कोई कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे?

2- बिजली विभाग क्या मीटर लगाकर अपने कार्य की इतिश्रि कर लेता है। क्या बिजली विभाग का यह दायित्व नहीं की वह यह जांच करें कि उसके द्वारा लगाए गए मीटर का कैसे और कहां प्रयोग किया जा रहा है?

3-अभी तक कोई भी किराया न वसूलना, निगम की आर्थिक हानि का जिम्मेदार कौन?

 

सभी पाठको से अनुरोध है कि अपनी राय अवश्य दें कि क्या ऐसे ठेकेदार के खिलाफ निगम को कार्रवाई करनी चाहिए और क्या उक्त ठेकेदार को इस कार्य का भुगतान उक्त सारे पहलुओं की बिना जांच कर देना चाहिए। अपनी रॉय कमेंट बॉक्स पर जाकर अवश्य दें।

 
Have something to say? Post your comment
More Faridabad

समाजसेवी अजय कत्याल ने बच्चों संग मनाया अपना जन्मदिवस

एनसीआर में संडे के बड़े इवेंट फरीदाबाद हाफ मैराथन की सभी तैयारी पूरी, सीएम मनोहर लाल होने मैराथन में चीफ गेस्ट

फरीदाबाद जिले के सभी 6 विधानसभाओं में चुनाव कार्यालय का हुआ शुभारम्भ

लोकसभा चुनाव को लेकर अधिकारियों के लिए कार्यशाला का आयोजन

युवाओं के लिए युवा संसद का आयोजन

फरीदाबाद हाफ मैराथन में तीन दिन शेष, रजिस्ट्रेशन बंद, एक लाख से अधिक लोगों ने करवाया रजिस्ट्रेशन

युवा वैज्ञानिक के रूप में चयनित हुए छात्र सिद्धार्थ

हाफ मैराथन में अब तक 40 हजार लोगों ने किया रजिस्ट्रेशन

09 मार्च को न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत

महारानी की प्राण प्रतिष्ठा दिवस पर रक्तदान कर बनें पुण्य के भागी : भारत अरोड़ा

 
 
 
 
 
 
Grievance Redressal Disclaimer Complaint
Star Khabre
Email : editor@starkhabre.com
Email : grostarkhabre@gmail.com
Copyright © 2017 Star Khabre All rights reserved.
Website Designed by Mozart Infotech