रिहायशी क्षेत्र में धड़ल्ले से खुल रहे होटल
नियमों को ताक पर रखकर हो रहा कारोबार
सरकारी पर्यटन को भी राजस्व की हानि
Star Khabre, Faridabad; 22nd January : शहर में धड़ाधड़ खुल रहे होटल, गेस्ट हाउस आम लोगों के लिए परेशानी का सबब बन रहे हैं। किसी भी तरीके का होटल या गेस्ट हाउस खोलने के लिए कारोबारी को यह निश्चित करना होता था की यह व्यापार चलेगा या नहीं ? लेकिन अब oyo जैसी कंपनी के आ जाने से यह व्यापार धड़ल्ले से फल-फूल रहा है।
रिहायशी क्षेत्रों में धड़ल्ले से खुल रहे होटल
किसी भी प्रकार की व्यवसायिक गतिविधि करने के लिए अनेकों प्रकार की सरकारी मंजूरी लेनी होती थी लेकिन अब लोग अपने निजी मकानों के कमरे भी oyo को दे रहे हैं और सीधा सीधा व्यापार कर रहे हैं। फरीदाबाद शहर में अब तक लगभग 56 होटल oyo की सूची में आ चुके हैं जो कि सीधे-सीधे अपना व्यवसाय कर रहे हैं। यह होटल या गेस्ट हाउस वाणिज्य जगह पर ना होकर रिहायशी क्षेत्रों में भी धड़ाधड़ खुल रहे हैं। जिससे कि वहां रहने वाले लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शहर में अब खुले इन होटलों को लेकर शिकायतों का दौर भी शुरू हो गया है। इसी कड़ी में नेहरू ग्राउंड स्थित होटल की शिकायत की जा चुकी है लेकिन अभी तक निगम की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई है। सूत्रों की मानें तो निगम की सांठगांठ बताई जा रही है।
क्या है नियम
दरअसल oyo कंपनी के अपने ही नियम है। उन नियमों को पूरा करने के उपरांत oyo होटल मालिक से उसके सभी कमरे प्रति माह के हिसाब से खरीद लेता है। जिसके एवज में उसे तय की गई राशि प्रतिमाह दे दी जाती है। जिससे कि होटल खोलने वाले को पहले दिन से ही आय की गारंटी हो जाती है लेकिन इसके लिए उन्होंने तमाम नियम बना रखे हैं। जिसमें सबसे महत्वपूर्ण नियम ट्रेड लाइसेंस का है। जबकि निगम अधिकारियों का कहना है कि ट्रेड लाइसेंस के लिए 2 पड़ोसियों की एनओसी की दरकार रहती है साथ ही फायर लाइसेंस भी चाहिए होता है। इसके अलावा और भी कई नियम हैं जिन्हें ट्रेड लाइसेंस लेने वालों को पूरा करना होता है लेकिन सूत्रों की मानें तो अधिकतर लोगों ने ट्रेड लाइसेंस प्राप्त नहीं किया है लेकिन फिर भी बदस्तूर oyo के होटल जारी है। जिसके कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सरकारी पर्यटन को भी राजस्व की हानि
सरकार द्वारा खोले गए होटलों में राजस्व की हानि का अच्छा खासा असर देखने को मिल रहा है क्योंकि oyo के रूम 900 से लेकर 2000 रूपए तक में आसानी से मिल जाते हैं जबकि वही सरकारी पर्यटन स्थलों का रेट न्यूनतम 2600 रूपए है। जिस कारण सरकार द्वारा खोले गए होटलों को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।
देह व्यापार को भी मिल रहा है बढ़ावा
लोगों का कहना है कि oyo के कारण देव व्यापार करने वालों के लिए भी यह आसान जरिया हो गया है क्योंकि oyo में रूम लेने के लिए केवल बुककरता को अपनी आईडी देनी होती है। जिस पर उन्हें यह रूम आसानी से मिल जाता है। इस कारण लोगों का यह मानना है कि oyo का रूम बुक कराने वाले लोगों में अच्छी खासी तादाद देह व्यापार करने वालों की भी होती है। जिस कारण यह धंधा धड़ल्ले से फल-फूल रहा है।
यदि आपके घर के पास कोई OYO होटल खुला है और आपको परेशानी है तो संपर्क करे 8527313737
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