Star Khabre, Faridabad; 29th January : ‘बहुत पैसे वालों को भी नींद के लिए तरसते देखा है। इसलिए यह ज़रूरी नहीं कि किसी एक हैसियत का व्यक्ति खुश ही होगा”, ये विचार हैं हिन्दी फिल्मों के प्रसिद्ध अभिनेता राज जुतशी के। राज सोमवार को फ़रीदाबाद में आयोजित एक प्रैस वार्ता को संबोधित कर रहे थे । मौका था लघु फिल्म “जस्ट टेक इट ईज़ी” के प्री शूट की प्रैस वार्ता का । मीडिया से बातचीत के दौरान राज ने कहा कि आने वाला समय लघु फिल्मों का होगा क्योंकि व्यस्त जीवन में ढाई से तीन घंटे की फिल्म देखने का समय बहुत से लोग नहीं निकाल पाते। लेकिन वही लोग यू ट्यूब पर संकड़ों विडियो देखने के लिए समय निकाल पाते हैं । इसका कारण है कम समय में अधिक जानकारी हासिल करना । फिल्म के विषय में बात करते हुए उन्होने बताया कि फिल्म का कान्सैप्ट बहुत अच्छा लगा और उन्होने तुरंत ही इसमें कम करने के लिए हाँ भर दी । बढ़ते इंटरनेट के प्रयोग पर किसी तरह के नियम को लेकर राज ने कहा कि वास्तव में किसी भी चीज़ पर रोक लगाकर हम उसके प्रति आकर्षण और बढ़ा देते हैं जबकि वास्तव मे किसी भी नई चीज़ की आदत हमेशा नहीं रहती। मुख्य अभिनेता राज जुत्शी के अलावा प्रेस वार्ता में हिस्सा लिया फिल्म के निर्माता और एन जी एफ कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग एन्ड टेक्नोलॉजी के निदेशक अश्वनी प्रभाकर, अभिनेता और एन जी एफ रेडियो के निदेशक मुकेश गंभीर, फिल्म के निर्देशक ज्योति प्रकाश और एग्जीक्यूटिव प्रोडूसर चन्दन मेहता ने।
इस अवसर पर एनजीएफ कॉलेज ऑफ इंजीन्यरिंग एंड टेक्नालजी के डायरेक्टर और इस फिल्म के निर्माता अश्वनी प्रभाकर ने बताया कि इस फिल्म का कान्सैप्ट उनके ही दिमाग में आया था । इसका कारण है कि उन्होने देखा है कि ऐसे बहुत कम व्यक्ति हैं जो अपने जीवन से संतुष्ट हैं । ऐसा क्यों है यही इस फिल्म में छुपा रहस्य है । पूछे जाने पर कि फिल्म मेकिंग का केंद्र मुंबई ही क्यों है? अश्वनी ने कहा “इनफ्रास्ट्रक्चर के ना होने की बात है। इस लघु फिल्म के लिए हमने भी सारा प्रबंध किया ही है “। उन्होने कहा कि हाल ही में आयोजित किए गए लघु फिल्म उत्सव "इंडोगमा फिल्म फेस्टिवल" की सफलता से यह अंदाज़ा हुआ कि लघु फिल्मों के प्रति लोगों में उत्साह है । इसी को देखते हुए इस फिल्म का विचार आया ।
इस अवसर पर मुकेश गंभीर, डाइरेक्टर एन जी एफ रेडियो ने अपने चिरपरिचित अंदाज़ में शायरी करते हुए बताया कि इससे पहले भी एन जी एफ ने दो लघु फिल्में बनाई थीं जिनमें प्रत्येक लगभग 5 मिनट की थीं । उनसे मिलने वाले रिसपोन्स को देखते हुए इस फिल्म का विचार आया है । यह फिल्म लगभग 20 मिनट की होगी । फिल्म के निर्देशक ज्योति प्रकाश ने कहा कि फिल्म का विषय ऐसा है जो हर व्यक्ति को अपने आप से जुड़ा हुआ महसूस होगा । उन्होने कहा कि इस फिल्म को विभिन्न ऑनलाइन सेवाओं के साथ जोड़ने की योजना है ताकि अधिक से अधिक लोग इसे देख पाएँ। उन्होने कहा कि इसी तरह के सामाजिक विषयों पर हम और काम कर रहे हैं और जल्द ही ऐसी ही और फिल्में दर्शकों तक पहुंचाने का प्रयास रहेगा। एक्सिकिटिव डाइरेक्टर चन्दन मेहता ने बताया कि पूरी तरह से फ़रीदाबाद में शूट की जाने वाली यह पहली लघु फिल्म होगी । इसमें जिस तरह एक सामाजिक विषय उठाया गया है उसी तरह आने वाली फिल्में भी किसी सामाजिक विषय को लेकर ही बनेंगी । उन्होने कहा कि “जस्ट टेक इट ईज़ी" एक कमर्शियल फिल्म नहीं है लेकिन इसको बनाने में पूरी टीम में किसी भी कमर्शियल फिल्म से अधिक गंभीरता है । उन्होने बताया कि इसकी शूटिंग 10 से 15 दिन में पूरी हो जाएगी और इसकी सभी लोकेशन फ़रीदाबाद में ही हैं ।