Shikha Raghav (Star Khabre), Faridabad; 19th June : हरियाणा कांग्रेस में पिछले पांच साल से अंर्तकलह चल रहा है लेकिन अब कांग्रेस हाईकमान ने इसे सुलझाने के लिए एक फार्मूला अपनाया है। हरियाणा कांग्रेस के दिग्गजों की जंग को समाप्त में कांग्रेस प्रभारी गुलाम नबी आजाद की अहम भूमिका है। उन्होंने ही पार्टी हाईकमान को यह फार्मूला बताया है।
हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर तथा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बीच काफी समय से आपसी खींचतान चल रही है। माना जा रहा है कि इसी खींचतान के चलते प्रदेश में पिछले पांच साल के दौरान हुए सभी चुनाव कांग्रेस पार्टी हारी है। हाईकमान के कई प्रयासों के बावजूद भी तंवर और हुड्डा में सुलह नहीं हो सकी है। अब लोकसभा चुनाव हारने के बाद कांग्रेस हाईकमान पूरी तरह से गंभीर हो गई है। हालांकि चुनाव के बाद हाईकमान की हरियाणा के नेताओं के साथ दो बैठकें हो चुकी हैं लेकिन आपसी विवाद समाप्त नहीं हुआ है।
अब कांग्रेस हाईकमान ने यह विवाद सुलझाने की तैयारी कर ली है। हाईकमान ने जो फार्मूला तैयार किया है उसमें मुख्यमंत्री के दावेदार सभी नेताओं को एड्जस्ट किया जाएगा।
यह भी सच है कि पार्टी अशोक तंवर को अध्यक्ष पद से हटाकर दलितों की नाराजगी मोल नहीं लेना चाहती जिसके चलते कुमारी सैलजा को हरियाणा कांग्रेस की बागडोर दिए जाने की तैयारी की जा रही है। पांच साल से अलग गुट का संचालन कर रहे भूपेंद्र सिंह हुड्डा को शांत करने के लिए पार्टी ने उन्हें विधायक दल का नेता बनाने की तैयारी की है।
इसके अलावा कांग्रेस हाईकमान ने तीन कार्यकारी अध्यक्ष भी लगाने का भी फैसला किया है जिसमें कैप्टन अजय सिंह यादव को दक्षिण हरियाणा की कमान दिए जाने की तैयारी है। रोहतक के पूर्व सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में जाटलैंड में पार्टी की मजबूती के लिए काम करेंगे। इसके अलावा हाईकमान ने कुलदीप बिश्नोई को कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर गैर जाटों को लुभाने की तैयारी कर ली है। इसके अलावा अभी तक विधायक दल की नेता रही किरण चौधरी को हरियाणा में संगठन की अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है। हाईकमान ने हरियाणा के बिखरे कांग्रेसियों को एकजुट करने के लिए यह प्लान तैयार कर लिया है जिसे बहुत जल्द अमली रूप दिया जाएगा।
अशोक तंवर होंगे राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल
हरियाणा में लंबे समय से हुड्डा गुट की राह में रोड़ा बने अशोक तंवर को पार्टी भले ही अध्यक्ष पद से हटाकर सभी नेताओं को एकजुट करने की तैयारी में है लेकिन पार्टी उन्हें भी नाराज नहीं करेगी। अशोक तंवर हरियाणा कांग्रेस के पहले ऐसे अध्यक्ष हैं जो अपने पूरे कार्यकाल के दौरान ब्लाक व जिला स्तर पर कार्यकारिणी का गठन नहीं कर सके हैं। गुलाम नबी आजाद ने हाईकमान को जो फार्मूला भेजा है उसके अनुसार तंवर को राष्ट्रीय कार्यकारिणी में अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है।