Star Khabre, Faridabad; 17th July : वर्ल्ड कप के फाइनल में इंग्लैंड और न्यूजीलैंड का मुकाबला टाई रहा था। सुपर ओवर में रन बराबर रहने के बाद इंग्लैंड को बाउंड्री काउंट के आधार पर विजेता घोषित किया गया था। इस पर सचिन तेंदुलकर ने कहा कि चैम्पियन का फैसला करने के लिए एक और सुपर ओवर कराया जाना था। दोनों टीमों ने पूरे मैच में शानदार प्रदर्शन किया था। दूसरी ओर न्यूजीलैंड के कोच गैरी स्टेड ने कहा कि यदि अगली बार वर्ल्ड कप का फाइनल टाई रहता है तो ट्रॉफी शेयर की जानी चाहिए। वहीं, श्रीलंका को वर्ल्ड चैम्पियन बनाने वाले कोच डेव व्हाटमोर ने कहा कि उन्होंने पहली बार बाउंड्री काउंट नियम के बारे में सुना।
व्हाटमोर ने कहा- फाइनल में कोई विजेता नहीं था
सचिन ने कहा, ‘फाइनल फैसले के लिए बाउंड्री काउंट की जगह एक और सुपर ओवर कराया जाना चाहिए था। यह केवल वर्ल्ड कप फाइनल की बात नहीं है। हर मैच महत्वपूर्ण होता है। फुटबॉल में जैसे हर नॉकआउट मुकाबले में एक्स्ट्रा टाइम होता है।’
व्हाटमोर ने कहा, ‘फाइनल में ट्रॉफी इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच शेयर की जानी चाहिए थी। फाइनल में कोई विजेता नहीं था। ऐसे में ट्रॉफी शेयर की जानी चाहिए थी। मैं इसके पहले बाउंड्री काउंट नियम के बारे नहीं जानता था।’
न्यूजीलैंड के कोच स्टेड ने कहा, ‘जब नियम बनाया गया होगा तब किसी ने नहीं सोचा होगा कि वर्ल्ड कप का फाइनल इस तरह होगा। अब इस बारे में जरूर सोचा जाना चाहिए। यह निराशाजनक है कि जब आप सात हफ्ते तक खेलें और फाइनल में 100 ओवर के बाद मुकाबला बराबर पर रहे। इसके बाद आप हार जाएं।’
अंपायर द्वारा 50वें ओवर में इंग्लैंड के बल्लेबाजों को ओवर थ्रो पर 5 की जगह 6 रन देने के सवाल पर स्टेड ने कहा कि मैं इसके बारे में नहीं जानता। अंपायर्स को इसके बारे में जानकारी होती है और वे भी इंसान हैं। खिलाड़ियों की तरह उनसे भी गलती हो सकती है। बाउंड्री काउंट नियम की कई क्रिकेट दिग्गजों ने अालोचना की है।