Star Khabre, Faridabad; 4th September : पंजाब रोडवेज की बसों को दिल्ली एयरपोर्ट तक बहाल किए जाने को लेकर आ रही समस्याओं को लेकर सरकार भी हरकत में आ गई है। सूबे की ट्रांसपोर्ट मंत्री रजिया सुल्ताना ने कहा कि मैं खुद इसके लिए प्रयास करूंगी। उन्होंने कहा कि मैंने दिल्ली के सीएम अरविंदर केजरीवाल और वहां के ट्रांसपोर्ट मंत्री कैलाश गहलोत से समय मांगा है और जल्द ही उनके साथ मीटिंग करेंगे। हम आमने-सामने बैठकर इस मसले को हल करेंगे और जब भी बात करने जाएंगे, इस समस्या का हल करके ही वापस आएंगे। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को भी इस संबंध में पूरी जानकारी है, वे भी कई बार इसके लिए पत्र लिख चुके हैं। उनके निर्देशानुसार ही हमने अब इस मीटिंग का फैसला लिया है ताकि विदेशों में बसने वाले पंजाबी एनआरआई भाइयों को सरकारी बस सेवा उचित किराए में उपलब्ध हो सके और मजबूरन उन्हें प्राइवेट बसों में अधिक किराया देकर सफर न करना पड़े। निजी बसों को भी नियम पूरे करने होंगे।
दिल्ली को नहीं परवाह
मंत्री सुल्ताना ने कहा कि जहां तक दिल्ली के ट्रांसपोर्ट अफसरों की इस संबंध की कार्यवाही किए जाने की बात है तो उनको तो इस बात की कोई परवाह नहीं है कि पंजाब की बसें आएं या न आएं, क्योंकि दिल्ली की बसें तो पंजाब आती नहीं हैं। हमारी बसें वहां जाती हैं और जानी भी चाहिए क्योंकि आए दिन पंजाब के सैंकड़ों लोग दिल्ली जाते हैं, इनमें अधिकतर एयरपोर्ट जाने वाले एनआरआई भाई भी होते हैं। इसलिए हम इसके अब जब भी मीटिंग के लिए दिल्ली जाएंगे तो समस्या का हल करके ही आएंगे।
मीटिंग से पहले विभाग की कमेटी बनाएगी रिपोर्ट
ट्रांसपोर्ट विभाग के अिधकारियों की एक कमेटी गठित की गई है। इस कमेटी में ट्रांसपोर्ट विभाग के सेक्रेटरी, ट्रांसपोर्ट कमिश्नर और ट्रांसपोर्ट डायरेक्टर शामिल होंगे। यह कमेटी रिपोर्ट तैयार करेगी। इस रिपोर्ट को कमेटी मंत्री को सौंपेगी। इसके बाद ट्रांसपोर्ट मंत्री सुल्तान इस पर सीएम कैप्टन के सामने रखेंगी। फिर इसी रिपोर्ट के आधार दिल्ली के सीएम और ट्रांसपोर्ट मंत्री के साथ होने वाली मीटिंग में सभी पहलुओं पर चर्चा जाएगी।
क्या है मामला
पंजाब रोडवेज की बसें दिल्ली एयरपोर्ट तक नहीं जा पाती हैं, जबकि पंजाब में बड़े स्तर पर चल रही प्राइवेट बसें दिल्ली एयरपोर्ट तक जाती है। ये प्राइवेट बसें रोडवेज की बसों के मुकाबले 3 गुना किराया वसूल रही है। सरकारी बसों के एयरपोर्ट तक न जाने के कारण विदेश जाने वाले पंजाब निवासियों को मजबूरी में प्राइवेट बसों का कही सहारा लेना पड़ता है