Star Khabre, Faridabad; 14th September : इनेलो के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा पांच दिन पहले ही पार्टी को अलविदा कह चुके हैं। लेकिन कांग्रेस में जाएंगे या भाजपा में शामिल होंगे, इसे लेकर अभी तक अरोड़ा ने अपने पत्ते नहीं खोले। समर्थकों और कार्यकर्ताओं ने इसका फैसला उन पर ही छोड़ा है। जिस पर मंगलवार को पार्टी छोड़ने की घोषणा के बाद अरोड़ा ने दो दिन का समय कार्यकर्ताओं से सोच विचार के लिए लिया था। तब से अटकलें ही चल रही हैं। अब शनिवार को वे इन अटकलों पर विराम लगा कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा कर सकते हैं। वहीं राजनीतिक हलकों में भी उनके अगले कदम को जानने को लेकर बेचैनी है। रोजाना सुबह से शाम तक राजनीतिक चर्चाएं चल रही हैं।
कांग्रेस के साथ भाजपाई साध चुके संपर्क
सूत्रों के मुताबिक, अरोड़ा के साथ कांग्रेस के अलावा भाजपा के भी कई सीनियर लीडर संपर्क साध चुके हैं। वहीं भाजपा में जा चुके इनेलो में रहे सीनियर साथियों ने भी अरोड़ा से संपर्क साधा। सूत्रों के मुताबिक अरोड़ा कांग्रेस में जाने के लिए मन बना चुके हैं। अब औपचारिकताएं बाकी हैं। बताया जाता है कि पार्टी छोड़ने के बाद वे चंडीगढ़ भी गए थे। खुद अरोड़ा का कहना है कि चंडीगढ़ वे अपने दोस्तों से ही मिलने गए थे।
दो दिन से तबीयत खराब थी : अरोड़ा
अब अरोड़ा शनिवार को अपने पत्ते खोल सकते हैं। ज्यादा संभावना यही है कि वे कांग्रेस में शामिल होंगे। बताया जाता है कि गुरुवार रात को उनकी दिल्ली में पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा व प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा से भी मुलाकात हुई थी। कांग्रेस की तरफ से उनकी जॉइनिंग पार्टी अध्यक्षा सोनिया गांधी की मौजूदगी में कराने की तैयारी है। क्योंकि अरोड़ा प्रदेश में एक बड़ा पंजाबी चेहरा भी हैं। बातचीत में खुद अरोड़ा का कहना है कि पिछले दो तीन दिनों से तबीयत सही नहीं थी। इसी लिए अभी तक घोषणा नहीं की। शनिवार शाम तक वे सभी कार्यकर्ताओं और साथियों को अपने फैसले से अवगत करा देंगे। माना कि कांग्रेस के सीनियर नेताओं से उनकी मीटिंग हुई थी।