Star Khabre, Faridabad; 17th September : संगीत में रुचि रखने वाले प्रोफेशनल्स को जल्द ही पंडित लख्मीचंद स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ विजुअल एंड परफॉर्मिंग आर्ट में लोक और वाद्य संगीत में डिप्लोमा कोर्स करने का मौका मिलेगा। इन दोनों डिप्लोमा कोर्स को शुरू करने के लिए यूनिवर्सिटी ने पूरी तैयारी कर ली है।
संगीत में प्रोफेशनल्स और विद्यार्थियों को हरियाणवी, पंजाबी लोकगीत को समझने व पढ़ने का मौका मिलेगा। वहीं, रागिनी गायक पंडित लख्मीचंद, मांगेराम के साथ प्रदेश के बाकी गायकों के बारे में पढ़ाया जाएगा। प्रोफेशनल्स के काम में भी किसी तरह से बाधा ना आए, इसलिए यूनिवर्सिटी ने कोर्स की कक्षाएं शाम 5 बजे से लेकर 7 बजे तक का निर्णय लिया है।
संगीत के बदलते ट्रेंड को रखते हुए कोर्स में किए बदलाव
इस डिप्लोमा कोर्स के लिए विवि के एक्सपर्ट की टीम के साथ पाठ्यक्रम की रूपरेखा भी तैयार कर ली है। यह पाठ्यक्रम विवि में चल रहे फिल्म एंड टेलीविजन कोर्स की जरूरतों के समझते हुए भी तैयार किया गया है। कोर्स के पाठ्यक्रम में संगीत का बेसिक सिखाने के लिए थोड़ा सा क्लासिकल भाग रखा है, लेकिन बदलते दौर में जिस तरह का संगीत युवाओं की पसंद बन रहा है, वह भी सिखाया जाएगा। इस कोर्स की नवंबर तक दाखिला प्रक्रिया प्रारंभ करने की संभावना है। इस कोर्स की खासियत यह है कि इसमें कामकाजी, गृहिणी या विद्यार्थी कोई भी आकर संगीत सीख सकता है।
ईसी की मंजूरी का इंतजार
ऐसा पहली बार होगा, जब यूनिवर्सिटी में संगीत की ईवनिंग क्लास लगाई जाएंगी। लोक और वाद्य यंत्र संगीत में डिप्लोमा कोर्स शुरू करने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। सिर्फ ईसी की मंजूरी का इंतजार है। यह मीटिंग भी जल्द होगी। वाद्य में पियानो, गिटार, हारमोनियम, की-बोर्ड और तबला बजाना भी सिखाया जाएगा। - डॉ. भारती शर्मा, रजिस्ट्रार, पीएलसी सुपवा।