Star Khabre, Faridabad; 19th September : कैथल बाल उपवन से तीन साल आठ महीने की अंजलि आगे का जीवन बेल्जियम में गुजारेगी। उसे बेल्जियम के परिवार ने गोद लिया है। बाल उपवन के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि किसी बच्ची को विदेशी दंपती ने गोद लिया है। इससे श्री सनातन धर्म सभा, चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सदस्य खुश हैं।
बेल्जियम से महिला मार्टिंन ने बताया कि वह सोशल वर्कर और एक वृद्ध आश्रम चलाती है। उसके पति आईटी इंजीनियर हैं। उसकी शादी से पहले ही इच्छा थी कि वह एक बेटी गोद लेगी और वो भी इंडिया से। उसे इंडिया पसंद है। उसने अपनी यह इच्छा पति निजक्रीस को भी बता दी थी। आज उनके दो बेटे जाराए और जोपे हैं। इसके बावजूद उनकी बेटी गोद लेने की इच्छा बनी रही।
उन्होंने चार साल पहले इंडिया से किसी बच्ची को गोद लेने के लिए आवेदन किया था। मार्टिंन ने कहा कि आज उनकी इच्छा व परिवार पूरा हो गया है। इससे वे सभी खुश हैं। उन्होंने बताया कि वे आज के दिन का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। उन्होंने केलेंडर लगा रखा था, जिस पर हर रोज एक दिन गुजरने पर क्रास लगाते थे, ताकि वे आज के दिन को याद रख सकें। बच्ची को कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद आज परिवार को अंजलि को सौंपने से पहले बाल उपवन में छोटे से कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
गोद लेने वाले परिवार का आभार व्यक्त कर उनको सम्मान दिया गया है। बाल कल्याण समिति के पूर्व सदस्य रितु सिंगला ने बताया कि करीब दो साल पहले अंजलि कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर के पास मिली थी। जिसे कैथल बाल उपवन में देखरेख के लिए भेजा गया था। सिंगला ने बताया कि करीब डेढ़ साल से यहां बच्ची का पालन पोषण हो रहा था। ये बहुत अच्छी बात है कि बच्ची विदेशी परिवार ने गोद ली है।10 बच्चे ऑडेप्शन एजेंसी और 30 बच्चे बाल उपवन में रह रहे
बाल उपवन के मैनेजर अजय श्रीवास्तव ने बताया कि इस समय अडेप्शन एजेंसी में 10 छोटे बच्चों की देखरेख की जा रही है। वहीं बाल उपवन में 30 बच्चों का पालन-पोषण किया जा रहा है। अजंलि का पासपोर्ट भी कैथल समिति ने ही बनवाया है। यह एजेंसी वर्ष 2017 से काम कर रही है। अभी तक एजेंसी ने 8 बच्चों को देश में गोद दिया है। श्री सनातन धर्म मंदिर सभा के प्रधान रवि भूषण गर्ग ने बताया कि वे खुश हैं कि बच्ची विदेश में गोद ली गई है।