Star Khabre, Faridabad; 19th September : पंजाब में पेट्रोल व डीजल का व्यापार विशेषकर सीमावर्ती जिलों के पेट्रोल पंपों में रेट दरों में व्यापक अंतर के कारण बिक्री में निरंतर गिरावट दर्ज की जा रही है। इसी के चलते मोहाली और रोपड़ के पेट्रोल पंप डीलर्स आर्थिक तंगी के कारण दिवालिया होने की कगार में पहुंच चुके हैं।
पेट्रोलियम डीलर्स ऑफ पंजाब के अधीन मोहाली डिस्ट्रिक पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अशविंदर सिंह मोंगिया ने बताया कि चंडीगढ़ प्रशासन ने अक्टूबर 2017 में पेट्रोल और डीजल पर वैट रेट्स पर कटौती की और अक्टूबर 2018 से कटौती का यह क्रम जारी रहा।
हालांकि पंजाब सरकार ने भी फरवरी 2018 में पेट्रोल पर पांच रुपए और डीजल पर एक रुपए प्रति लीटर की दर से वैट में कटौती की। परन्तु बावजूद इसके चंडीगढ़ की तुलना मोहाली में पेट्रोल 4.90 रुपए प्रति लीटर और डीजल 2.71 प्रति लीटर महंगा है।
इसी अंतर के चलते पंजाब में पेट्रोल की बिक्री में बड़े स्तर पर गिरावट दर्ज की जा रही है। उन्होंने बताया कि चंडीगढ़ प्रशासन 2017 से निरंतर की जा रही वैट दरों की कटौती के चलते चंडीगढ़ से सटे पंजाब के सीमावर्ती जिलों में पेट्रोलियम व्यापार ठप्प होता जा रहा है।
चंडीगढ़ के पेट्रोल डीलर्स जहां इसी वैट कटौती के चलते उन्नत हो रहे हैं वहीं दूसरी ओर मोहाली के पेट्रोल डीलर्स तेल बिक्री न होने के कारण दिवालिया होने की कगार पर है।
मोगिया ने आरोप लगाया कि कीमतों में भारी अंतर के चलते चंडीगढ़ डीलर्स ने बिक्री के बेईमान साधनों को अपनाना शुरू कर दिया है जिससे वे पंजाब के पड़ोसी जिलों में तेल की तस्करी में लिप्त हो चुके हैं। कल गृह मंत्री अमित शाह से मिलकर लगाएंगे गुहार
मोंगिया ने बताया कि 20 सितंबर को चंडीगढ़ दौरे पर आ रहे गृह मंत्री अमित शाह के समक्ष इस समूचे संकट से अवगत करवाएंगे और इसके समाधान के लिए पुरजोर मांग करेंगे।