Star khabre, Faridabad; 2nd October : हरियाणा में टिकट कटने से नाराज भाजपा नेताओं ने बगावत शुरू कर दी है। बीस से अधिक सीटों पर नाराज भाजपा नेता और उनके समर्थकों ने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। विधायकों व मंत्रियों के टिकट कटने से भी उनके समर्थक खफा हैं। भाजपा हाईकमान बगावत के मद्देनजर डैमेज कंट्रोल में जुट गया है।
नई दिल्ली में मंगलवार देर शाम प्रदेश चुनाव प्रभारी केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें सीएम मनोहर लाल, प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला, प्रदेश प्रभारी अनिल जैन इत्यादि शामिल रहे। बैठक में असंतुष्टों को मनाने पर लंबा मंथन हुआ। जिनका टिकट कटा है, उनको लेकर भी विचार-विमर्श किया गया।
टिकट कटने से नाराज नेताओं को कैसे पार्टी के साथ जोड़ा रखा जाए, इसे लेकर भी रणनीति बनी है। पार्टी ने बाकी बचे 12 टिकट फाइनल करने को लेकर भी किया। सूत्रों के अनुसार बुधवार या वीरवार को टिकट घोषित किए जा सकते हैं। इसके साथ ही पार्टी ने टिकट आवंटन के बाद बैकफुट पर न आने का भी निर्णय लिया है।
इन सीटों पर हो ही खिलाफत
होडल में टिकट कटने से पूर्व प्रत्याशी राम रतन नाराज हैं। फरीदाबाद में विपुल गोयल के समर्थकों ने भी नाराजगी जताई है। हथीन में टिकट न मिलने से पूर्व इनेलो विधायक केहर सिंह रावत खफा हैं। पृथला में टिकट कटने पर भाजपा के पिछली बार के प्रत्याशी नयनपाल रावत भी बागी हो गए हैं।
पूर्व विधायक टेकचंद शर्मा भी भाजपा से गुस्सा हैं। उन्हें भी टिकट नहीं मिला है। उन्होंने तो अपने दफ्तर से भाजपा के बैनर और झंडे भी उतार दिए हैं। बल्लभगढ़ में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुईं शरदा राठौर टिकट न मिलने पर निराश हैं। पुनहाना में टिकट न मिलने पर पूर्व विधायक रहीश खान के समर्थक भी बेहद नाराज हैं।
सोहना में टिकट कटने से विधायक तेजपाल तंवर के खफा समर्थकों ने और रास्ता तलाशना शुरू कर दिया है। पटौदी में विधायक विमला चौधरी की टिकट कटने में समर्थकों में रोष है। अटेली में टिकट नहीं मिलने से विधानसभा डिप्टी स्पीकर संतोष यादव के समर्थक पार्टी से नाराज हो गए हैं। दादरी में टिकट नहीं मिलने पर पूर्व प्रत्याशी सोमबीर सांगवान भी बागी हो सकते हैं।
राई में टिकट कटने से कृष्णा गहलावत के समर्थक नाराज हो गए हैं। समालखा में पूर्व विधायक रविंद्र मछरौली दोबारा आजाद उतर सकते हैं। सफीदों में टिकट कटने से पूर्व विधायक जसबीर देसवाल भी खफा हैं। वे फिर निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर सकते हैं। कलायत में टिकट नहीं मिलने से रामपाल माजरा के खेमे में भी निराशा है।
कैथल में भाजपा नेता पाला राम सैनी भी बागी तेवर अपना चुके हैं। पुंडरी से टिकट न मिलने के बाद पूर्व विधायक दिनेश कौशिक फिर निर्दलीय उतरने का मन बना रहे हैं। पिहोवा में टिकट ने मिलने से संदीप ओंकार बागी हो गए हैं। रादौर में टिकट कटने पर श्याम सिंह राणा के समर्थकों ने भी बागी तेवर अपना लिए हैं।
गुहला में टिकट कटने पर कुलवंत बाजीगर पार्टी से खफा हैं, समर्थक बगावत पर उतर आए हैं। सिरसा में दयानंद शर्मा टिकट न मिलने से नाराज हैं।