Star khabre, Faridabad ; 4th November : भारत और बांग्लादेश के बीच जारी तीन मैचों की सीरीज का पहला टी20 इंटरनेशनल मैच 3 नवंबर को दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेला गया। बांग्लादेश ने पहले टी20 इंटरनेशनल मैच में भारत को सात विकेट से हराया। बांग्लादेश की जीत में मुशफिकुर रहीम का बड़ा हाथ रहा, जिन्होंने 43 गेंद पर 60 रनों की पारी खेली। मुशफिकुर को अपनी पारी के दौरान एक नहीं बल्कि तीन-तीन जीवनदान मिले। भारत की ओर से हुई इन चार बड़ी गलतियों ने मैच का नतीजा बांग्लादेश के पक्ष में कर दिया।
दो बार वो एलबीडब्ल्यू आउट थे और फील्ड अंपायर ने उन्हें नॉटआउट करार दिया और टीम ने डीआरएस का इस्तेमाल नहीं किया और एक बार कुणाल पांड्या ने उनका आसान सा कैच टपका दिया। जब बांग्लादेश को 16 गेंद पर 33 रनों की जरूरत थी, तभी डीप में पांड्या ने उनका कैच टपकाया था, जो कि काफी आसान कैच था।
एक ही ओवर में तीन गलत डीआरएस कॉल
विकेटकीपर ऐसी जगह खड़ा होता है, जहां से वो कप्तान को बता सकता है कि डीआरएस लेना चाहिए या नहीं। यही वजह है कि महेंद्र सिंह धौनी जब भी कहते हैं कप्तान विराट कोहली डीआरएस ले लेते हैं और अधिकतर मौकों पर वो सही भी साबित होते हैं। चहल के एक ही ओवर में दो बार गेंद रहीम के पैड पर लगी और फील्ड अंपायर ने नॉटआउट करार दिया, रोहित ने पंत से सलाह लेने के बाद डीआरएस नहीं लेने का फैसला लिया। हालांकि रिप्ले से साफ था कि रहीम आउट थे। इसी ओवर में कॉट बिहाइंड द विकेट के लिए पंत ने रिव्यू लिया था और रिप्ले में साफ था कि गेंद ने बल्ले का बाहरी किनारा नहीं लिया था।