Star khabre, Faridabad ; 07th November : पूर्व मंत्री नवजोत सिद्धू ने विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर को लिखे पत्र में करतारपुर कॉरिडोर से पाकिस्तान जाने की इजाजत मांगी है। सिद्धू ने जयशंकर को लिखे पत्र में कहा है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने उन्हें करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह के लिए न्योता भेजा है।
वह इस समारोह में भाग लेने के लिए 9 नवंबर को सुबह साढ़े नौ बजे डेरा बाबा नानक की साइड बने कॉरिडोर से पाकिस्तान जाना चाहते हैं, ताकि वह साढ़े 11 बजे शुरू होने वाले उद्घाटन समारोह में पहुंच सकें। उद्घाटन समारोह में भाग लेने से पहले वह गुरुद्वारा करतारपुर साहिब में नतमस्तक होकर श्री गुरु नानक देव जी द्वारा की गई कॉरिडोर बक्ख्शीश के लिए शुकराना की अरदास करेंगे और एक सिख की तरह पंगत में बैठकर संगत के साथ लंगर छकेंगे। उद्घाटन समारोह के बाद वह कॉरिडोर के रास्ते से लौट आएंगे।
सिद्धू ने मंत्री जयशंकर को लिखे पत्र में कहा कि उनके लिए यह संभव नहीं है कि वह गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के लिए एक दिन पहले आठ नवंबर को अटारी-वाघा सीमा से पाकिस्तान जाएं। उसी दिन रात्रि वह गुरुद्वारा करतारपुर साहिब में ठहरें। वह 9 नवंबर के उद्घाटन समारोह में शामिल होकर कॉरिडोर के रास्ते ही लौटेंगे। सिद्धू ने पत्र में लिखा कि उनके पास वर्तमान समय में पाकिस्तान जाने का वीजा नहीं है। पाकिस्तान से मिले न्योते की एक कॉपी पहले ही विदेश मंत्रालय को भेजी जा चुकी है।
बता दें कि 9 नवंबर को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की अगुवाई में एक उच्च स्तरीय जत्था गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के दर्शनों के लिए जा रहा है। इस जत्थे में सिद्धू का नाम शामिल नहीं है। जत्थे में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के साथ कई गणमान्य शामिल होंगे।
समारोह में शामिल होने के पीछे सिद्धू की रणनीति
करतारपुर कॉरिडोर के माध्यम से पाकिस्तान जाने के लिए विदेश मंत्री को लिखे पत्र के पीछे नवजोत सिद्धू की बड़ी रणनीति है। 9 नवंबर को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की अगुवाई में गुरुद्वारा करतारपुर साहिब दर्शन के लिए जत्था पाकिस्तान जा रहा है। कैप्टन अमरिंदर सिंह करतारपुर कॉरिडोर के रास्ते गणमान्यों के साथ गुरुद्वारा करतारपुर साहिब जाएंगे।
सिद्धू मुख्यमंत्री के जत्थे से पहले खुद पाकिस्तान जाकर जहां राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मीडिया का ध्यान अपनी तरफ खींचना चाहते हैं, वहीं चार महीनों की चुप्पी तोड़कर इस पावन अवसर पर करतारपुर कॉरिडोर को लेकर विचार भी रखना चाहते हैं। बता दें कि सिखों का बड़ा वर्ग करतारपुर कॉरिडोर के निर्माण का श्रेय नवजोत सिद्धू को देता है।
इसी रास्ते से पाकिस्तान जाकर सिद्धू मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को सिखों के बीच लोकप्रियता का एहसास भी कराना चाहते हैं। जबसे इमरान खान ने सिद्धू को करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह में शामिल होने का न्योता भेजा है, तब से नवजोत सिद्धू एक बार फिर सुर्खियों में छाए हैं।
बीते चार महीनों से राजनीती की गुमनामी के दौर से गुजर रहे सिद्धू के लिए पाकिस्तान का दौरा विवादों में घिरता है या राजनीतिक संजीवनी देता, इसका पता उनके पाकिस्तान दौरे के बाद ही चलेगा।
अमेरिकी सिखों का दल हेलीकॉप्टर से सिद्धू पर बरसाएगा फूल
पूर्व मंत्री नवजोत सिद्धू के पाकिस्तान दौरे के दौरान अमरीकी सिखों का एक दल हेलीकॉप्टर से उन पर फूलों की बारिश करेगा। अमेरिकी सिखों के इस दल ने बुधवार को नवजोत सिद्धू के निवास स्थान पर डॉ. नवजोत कौर सिद्धू को यह जानकारी दी। इस बात की पुष्टि करते हुए डॉ. सिद्धू ने बताया की अमेरिकी सिखों का दल उनसे इस बात की आज्ञा लेने के लिए आया था। उनका कहना था कि वह पाकिस्तान दौरे के दौरान करतारपुर कॉरिडोर खोले जाने के लिए सम्मान के तौर पर सिद्धू पर हेलीकॉप्टर से फूल बरसाना चाहते हैं।
इस पर डॉ. सिद्धू ने कहा कि पाकिस्तान सरकार इस बात के लिए आज्ञा देती है तो सिद्धू परिवार को इस पर कोई भी आपत्ति नहीं है। अमेरिकी सिखों ने बताया कि उन्होंने इस बात की आज्ञा के लिए पाकिस्तान सरकार को भी पत्र लिखा है। उन्हें उम्मीद है कि पाकिस्तान सरकार उन्हें ऐसा करने की अनुमति दे देगी। डॉ. नवजोत कौर सिद्धू बुधवार को पूर्वी विधानसभा हलके का दौरा करने के बाद कुछ पत्रकारों से बातचीत कर रही थीं।
डॉ. सिद्धू ने एक जवाब में कहा कि उनके पति श्रद्धालु की तरह करतारपुर कॉरिडोर बनने केे बाद अब उसी रास्ते से पाकिस्तान जाएंगे। सिद्धू को इमरान खान का न्योता मिला है। उद्घाटन समारोह सुबह 11 बजे शुरू होना है। सिद्धू को कॉरिडोर से 9 बजे सुबह पाकिस्तान जाने की आज्ञा मिलनी चाहिए। ताकि वह समय पर उद्घाटन समारोह पर समय में पहुंच सके। अगर ऐसा संभव नहीं है तो 8 नवंबर को इसी रास्ते से सिद्धू को पाकिस्तान भेजा जाए।
जब उनसे यह पूछा गया कि 9 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कॉरिडोर का उद्घाटन कर रहे हैं। इसके बाद ही सिद्धू पाकिस्तान जा सकेंगे, इस पर डॉ. सिद्धू ने कहा कि फिर सिद्धू देरी से पाकिस्तान चले जाएंगे, लेकिन यह अच्छा नहीं लगेगा। उन्होंने कहा की बाबा नानक कि इच्छा से कॉरिडोर खुला है। ईश्वर की इच्छा के बिना कुछ नहीं हो सकता। इस कॉरिडोर को खोलने के लिए जिसने भी तिनके से छोटी भूमिका भी निभाई है। ईश्वर उनको बख्शीश दे। करतारपुर कॉरिडोर के निर्माण को लेकर हुई अरदासें भी मंजूर हुई हैं।
जब उनसे यह पूछा गया कि सिद्धू-इमरान खान के लगे होर्डिंग प्रशासन ने उतार दिए हैं। इस पर उन्होंने कहा कि प्रशासन को लगा होगा कि दूसरे देश के प्रधानमंत्री की फोटो के साथ लगे पोस्टर ठीक नहीं, इसलिए यह होर्डिंग उतार दिए हैं, इससे कोई भी फर्क नहीं पड़ता। जब उनसे पूछा कि नवजोत सिद्धू बुधवार को विधानसभा की बैठक में शामिल क्यों नहीं हुए, इस पर डॉ. सिद्धू ने कहा कि वह पाकिस्तान जाने की तैयारी कर रहे हैं। नवजोत सिद्धू इस बार भी अपने दोस्त इमरान खान के लिए कोई तोहफा लेकर जाएंगे।