Star khabre, Faridabad ; 8th November : भारतीय पॉप संगीत को अलग पहचान देने वाली ऊषा उत्थुप आज अपना 72वां जन्मदिन मना रही हैं. ऊषा उत्थुप ने पॉप म्यूजिक के अलावा भी बॉलीवुड फिल्मों के साथ-साथ कई और भाषा में अपनी बेहदरीन सॉग्स को अपनी शानदार और जानदार अवाज दी है. ऊषा उत्थुप का जहां भी नाम आ जाता है लोगों के जहन में उनकी छली उभ आती हैं. ऊषा उत्थुप हमेशा कांजीवरम की साड़ी, बड़ी सी गोल बिंदी और बालों में फूल के साथ ही नजर आती हैं. उनके गानों के साथ-साथ उनका ये लुक भी उनकी अलग ही पहचान दर्शकों के सामने पेश करता है.
समय के साथ ऊषा उत्थुप के लुक औक गानों के अंदाज में काफी बदलाव आया है. ऊषा उत्थुप का जन्म 7 नवंबर 1947 को मुंबई में हुआ था. उनके पिता का नाम वैद्यनाथ सोमेश्वर सामी है. वह तमिलनाडु के चेन्नई से ताल्लुकात रखतें हैं. ऊषा उत्थुप ने अपनी शुरुआती पढ़ाई सेंट एग्नेस हाईस्कूल से पूरी की. बताया जाता है कि उनकी भारी अवाज के चलते उनको अक्सर ही संगित क्लास से बाहर निकाल दिया जाता था, उस वक्त कौन जानता था कि आगे चल कर यही भारी आवाजा इतना बड़ा आसमना छू लेगी.
ऊषा उत्थुप ने महज 9 साल की उम्र में अपना स्टेज शो परफॉर्म किया था. इसके बाद ऊषा उत्थुप को रेडियो सिंगिंग शो में गाने का मौका मिला. उस दौरान ऊषा उत्थुप ने मॉकिंगबर्ड हिल गाना गाया, जो दर्शकों को बेहद पसंद आया, उसके बाद उनका रेडियो शो में गाने का दौर जारी रहा. ऊषा उत्थुप ने अपने फिल्मी करियर की शुरूआता 70 के दशक में की थी और उनको पहचान फिल्म शालीमार के गाने एक दो तीन च चा से मिली थी. इसके अलावा ऊषा उत्थुप ने 70 के दशक के दौरान हिंदी सिनेमा में कई बेहतरीन गाने गाये. इतना ही नहीं ऊषा उत्थुप ने उस दौरान हिंदी सिनेमा के दिग्गज संगीत निर्देशक आर डी बर्मन और बप्पी लहरी साबह के साथ भी काफी हिट गाने गाये थे, जो दर्शकों द्वारा आज भी काफी पसंद किए जाते हैं.