Star khabre, Faridabad ; 28th November : शहर के गवर्नमेंट स्कूलों में काम कर रहे 800 से ज्यादा जेबीटी टीचर्स के पेपर लीक स्कैम के मामले में टीचर्स को पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट से राहत मिली है। हाईकोर्ट ने बुधवार को अपना फैसला टीचर्स के हक में सुनाया।
जस्टिस राजीव शर्मा और जस्टिस एचएस सिद्धू की डबल बेंच ने अपनी जजमेंट में कैट के फैसले को सही माना और चंडीगढ़ प्रशासन की अपील को खारिज कर दिया। एजुकेशन डिपार्टमेंट ने 2015 में 800 से ज्यादा जेबीटी टीचर्स भर्ती किए थे।
ये जेबीटी टीचर्स प्रोबेशन पीरियड पर काम कर ही रहे थे कि भर्ती के करीब दो साल के बाद इसका खुलासा हुआ कि एग्जाम में जो पेपर आया था, वह लीक हो चुका था। इसके बाद चंडीगढ़ प्रशासन ने 30 मई 2018 को इन सभी टीचर्स की नौकरी को रद करते हुए इन्हें बर्खास्त कर दिया।
डिपार्टमेंट के इस फैसले के खिलाफ टीचर्स ने सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल (कैट) में याचिका दायर की। कैट ने बर्खास्त करने के आदेश के खिलाफ स्टे का ऑर्डर दिया। इसके बाद कैट में मामले की सुनवाई हुई और कैट ने टीचर्स के हक में अपना फैसला सुनाया।
इसके बाद यूटी एजुकेशन डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने चंडीगढ़ प्रशासन के अधिकारियों के साथ मीटिंग की। मीटिंग में फैसला हुआ कि कैट के फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की जाए।
7-7 लाख रुपए में बिका था पेपर : यूटी एजुकेशन डिपार्टमेंट ने वर्ष 2015 में रिटन टेस्ट लिया था। मेरिट के आधार पर टीचर्स की अपॉइंटमेंट भी हो गई थी। लेकिन इसके बाद ये घोटाला सामने आया था। पंजाब विजिलेंस की एक इंक्वायरी में सामने आया था कि यूटी एजुकेशन डिपार्टमेंट की भर्ती के लिए हुई परीक्षा से तीन दिन पहले ही पेपर कैंडिडेट्स के हाथ में आ गए थे। इसके लिए दलालों ने कैंडिडेट्स से 7-7 लाख रुपए लिए थे। इसके बाद इसकी जांच चंडीगढ़ पुलिस को सौंपी गई थी।
दोबारा से दें एग्जाम : एजुकेशन डिपार्टमेंट ने चाहे इस भर्ती को रद किया था लेकिन वह चाहता है कि भर्ती में शामिल हुए सभी टीचर्स को एक दूसरा मौका दिया जाए। ऐसा इसलिए क्योंकि सभी कैंडिडेट्स पेपर लीक भर्ती स्कैम में शामिल नही हैं। चंडीगढ़ पुलिस ने भी अपनी जांच रिपोर्ट में 49 लोगों का नाम लिया था और यह कहा था कि गड़बड़ी बड़े स्तर पर हुई और इसमें अन्य कई कैंडिडेट्स शामिल हो सकते हैं। ऐसे में अब एजुकेशन डिपार्टमेंट चाहता है कि इन टीचर्स को दोबारा से मौका देते हुए इनका फिर से एग्जाम लिया जाए। जो एग्जाम में क्वालिफाई करेंगे उन्हें नौकरी मिल जाएगी।