Star Khabre, Business; 15th January : दक्षिण मध्य रेलवे देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक ( एसबीआई ) के साथ एक नई सुविधा की शुरुआत करने जा रहा है। रेलवे ने एसबीआई के साथ 'डोरस्टेप बैंकिंग' के लिए समझौता किया है।
'डोरस्टेप बैंकिंग' के तहत होगा ये काम
इस सुविधा से जोन के सभी 585 स्टेशनों पर रोजना प्राप्त नकदी के संग्रह की व्यवस्था स्वयं एसबीआई करेगा। जबकि पहले रेलवे अपने स्टेशनों पर प्राप्त नकदी को ट्रेन के जरिए तिजोरियों में बैंक तक भेजता था। इस काम में जोखिम था और यह बेहद मुश्किल था। इसमें मानव श्रम की भी खपत होती है।
कर्मचारियों के श्रमबल की होगी बचत
इससे हर स्टेशन की आय के बारे में रियल टाइम डाटा रखना आसान हो जाएगा। छोटे रेलवे स्टेशनों पर जो नकदी जमा होती है, उसे कड़ी सुरक्षा के बीच बड़े स्टेशनों पर भेजा जाता है। वहीं बड़े स्टेशनों से मिलने वाली नकदी नजदीकी और निर्धारित बैंक के संबंधित वाणिज्यिक निरीक्षकों को भेजी जाती है। इस कार्य में सुरक्षा के लिए कर्मचारी के साथ - साथ सुरक्षा बल के जवानों को भी भेजा जाता था। लेकिन दक्षिण मध्य रेलवे और एसबीआई की नई सुविधा के तहत कर्मचारियों के श्रमबल की बचत होगी।
इससे मुख्य रूप से दो लाभ होंगे-
सभी रेलवे स्टेशनों में समान भेजी हुई रकम मैकेनिज्म विकसित होगा।
इससे जवाबदेही में भी आसानी होगी। ऐसा इसलिए क्योंकि नई व्यवस्था के तहत विभिन्न स्टेशनों की ओर से जमा की जा रही नकदी के बारे में रियल टाइम जानकारी प्राप्त होगी।
सहमति पत्र पर इन्होंने किए हस्ताक्षर
बता दें कि सहमति पत्र पर एससीआर की ओर से माल परिवहन के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी बीएस क्रिस्टोफर और मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी , यातायात जे मेघनाथ ने और एसबीआई की ओर से हैदराबाद सर्किल की डिजिटल एवं ट्रांजेक्शन बैंकिंग इकाई के उपमहाप्रबंधक सुरेंद्र नायक ने हस्ताक्षर किए ।