Star Khabre, Entertainment; 18th January : जेएनयू विवाद पर स्टैंड लेने के चलते दीपिका पादुकोण की फिल्म ‘छपाक’ के खिलाफ बायकॉट का माहौल बना था। दैनिक भास्कर ने जब कंगना रनोट से इस बारे में बात की तो वे बोलीं, ‘बतौर सेलेब्रेटी आपको बहुत ज्यादा सम्मान मिलता है पर जो आपका बिलीफ सिस्टम है, उसे जब आप जाहिर करते हैं तो आपको नतीजों के लिए भी तैयार रहना चाहिए। आम लोग भी काफी स्मार्ट हैं।
वो भांप लेते हैं कि किस सेलेब्रिटी की नीयत कैसी है। मेरे ख्याल से देश के मुद्दों को प्रमोशनल कैंपेन के तौर पर यूज नहीं करना चाहिए। हालांकि एक्टर तो एक्टर होते हैं। अगर आर्ट और किसी के फंडामेंटल राइट अटैक होते हैं तो उसे मैं सही नहीं मानती। बाकी ट्विटर पर किसी फिल्म का बायकॉट करने से कोई फर्क नहीं पड़ता। फिल्म अच्छी हो तो दुश्मन भी उसे देखते हैं।’
वहीं जेएनयू विवाद पर कंगना बोलीं, इसमें कोई दो राय नहीं है कि जेएनयू में स्कॉलर लोग हैं। पर एक तबका वो भी है, जो जवानों की मौत पर जश्न मनाता है। ये बदमाशियां तो नहीं होनी चाहिए। रहा सवाल जेएनयू हिंसा में शामिल नकाबपोशों पर पुलिस की निष्क्रियता का तो उस पर भी एक सवाल है।
पहले तो हमने ही पुलिस को कितना मारा। फिर जब वो आए तो प्रॉब्लम, न आए तो प्रॉब्लम। इस पूरे मामले की जांच चल रही है। हम लोग टीवी पर कुछ देखकर राय बना लें तो वह सही नहीं है न। यह हकीकत तो है ही न कि जेएनयू में स्टूडेंट यूनियंस के बीच आपसी वॉर चल रहे हैं। जेएनयू पूरी संस्था खराब नहीं है। वहां 10 फीसदी एंटी सोशल एलिमेंट हैं तो 90 पर्सेंट अच्छे लोग भी हैं।’