Star Khabre, Chandigarh; 23rd January : 4 साल के मासूम सौरव को क्या पता था कि मां का हाथ छोड़ने का क्या अंजाम होगा। सड़क पर जैसे ही मां से उसके ‘लाडले’ का हाथ छूटा तभी पीछे से आ रही तेज रफ्तार स्कोडा ने मासूम को टक्कर मार दी। स्कोडा चालक खरड़ निवासी विकास लखनपाल बच्चे को लोगों की मदद से फेज-6 सिविल अस्पताल लेकर गया। लेकिन, यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने सीआरपीसी 174 के तहत कार्रवाई कर पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव घरवालों को सौंप दिया है। सब-इंस्पेक्टर केबल सिंह ने बताया कि बच्चा मां का हाथ छुड़वाकर सड़क के बीच आ गया था और पीछे से आ रही स्कोडा की चपेट में आ गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने भी बताया कि कार चालक की गलती नहीं थी।
भाई-बहन घर खेल रहे थे, मां के साथ जाने की जिद्द कर बैठा
4 साल का सौरव अपनी मां उर्मिला के साथ घर के बाहर बनी दुकान में सामान लेने के लिए साथ गया था। सौरव का बड़ा भाई गौरव व छोटी बहन देविका घर में ही खेल रहे थे। मां के साथ जाने के लिए सौरव रोने लगा। मां उसे अपने साथ लेकर दुकान पर आ गई और सामान लेने के बाद जब वापस घर जाने लगी, तभी सौरव ने हाथ छोड़ दिया। जैसे ही सौरव थोड़ा सड़क की तरफ आया, तभी पीछे से आ रही स्कोडा नंबर- सीएच-01-एएफ-3470 से टकराकर नीचे गिर गया। स्कोडा चालक ने एकदम ब्रेक लगाने का प्रयास भी किया, लेकिन बच्चा टक्कर के बाद सड़क के बीच गिर गया और ऊपर गाड़ी आ गई।
मां ने गेट के पास जाकर देखा, हो चुकी थी देर
घटनास्थल के आसपास दुकानें हैं और भीड़ वाला एरिया है। बच्चे के गाड़ी के नीचे आने के साथ ही लोग इकट्ठा हो गए। उधर, जब महिला अपने घर के गेट के पास पहुंची और पीछे मुड़कर देखा तो बेटा गाड़ी के नीचे पड़ा हुआ था। मां चिल्लाती हुई बच्चे की तरफ दौड़ी। बच्चे को गाड़ी के नीचे से निकाल तुरंत उसी कार में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
तीनों भाई-बहन में सबसे चंचल सौरव था
बच्चे के पिता सूरज पिछले करीब 15 साल से मटौर में रहते हैं। सौरव अपने तीनों भाई-बहन में सबसे अधिक चंचल था। वह दूसरे नंबर पर था और उससे छोटी बहन देविका है। अकसर तीनों भाई बहन घर में ही खेलते थे। बहुत कम होता था कि
अपनी मां या बाप के साथ कोई बच्चा बाहर मार्केट में जाए।
वाहन चालकों की स्पीड होती है ज्यादा
मृतक के पड़ोसियों का कहना है कि मटौर की जो फिरनी है, वहां पर कोई व्यवस्था न होने के कारण वाहन चालक तेजरफ्तारी से गाड़ियां लेकर जाते हैं। सौरव हाथ छुड़वा सड़क के बीच आ गया था तो गाड़ी की स्पीड भी तेज थी। तभी वह नीचे आया और उसकी मौत हुई। यदि स्पीड कम होती तो सौरव को ज्यादा चोट नहीं लगती। यहां सड़क पर स्पीड ब्रेकर होने चाहिए, ताकि वाहन चालक कम स्पीड से चलें।