Star Khabre, Chandigarh; 11th February : 1 नंवबर 1966 को चंडीगढ़ बना] तब से चंडीगढ़ में जो एक सेक्टर मिसिंग था, वह अब शहर को मिल गया है। चंडीगढ़ की प्लानिंग करने वाले आर्किटेक्ट ली काबूर्जिए ने किसी भी एरिया को ‘सेक्टर-13 का नाम नहीं दिया था। जबकि इससे पहले के और बाद के सभी सेक्टर चंडीगढ़ में मौजूद हैं। अब चंडीगढ़ प्रशासन ने आठ अलग-अलग एरिया के नाम बदले हैं, जिसमें सेक्टर-13 को भी जोड़ दिया गया है। इसमें मनीमाजरा को अब सेक्टर-13 (मनीमाजरा) का नाम दिया गया है।
शहर के आठ क्षेत्रों के नाम बदलने की नोटिफिकशन
प्रशासन की तरफ से आठ एरिया के नामों को बदलने को लेकर नोटिफिकेशन कर दी गई है। अब इन एरिया को सभी तरह के गवर्नमेंट रिकॉर्ड में बदले हुए नामों से ही जाना जाएगा। जनवरी महीने के पहले हफ्ते में हुई मीटिंग में चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनोर ने प्रशासन के इस प्रपोजल को मंजूरी दे दी थी। इसके बाद अब फाइनेंस डिपार्टमेंट चंडीगढ़ प्रशासन की तरफ से इसको लेकर नोटिफिकेशन जारी कर दी गई है। कैपिटल ऑफ पंजाब (डेवलपमेंट एंड रेगुलेशंस) एक्ट 1952 की सब सेक्शन (2) ऑफ सेक्टर-1 के तहत पंजाब री ऑर्गेनाइजेशन ऑर्डर 1966 के तहत ये नोटिफिकेशन चंडीगढ़ के चीफ एडमिनिस्ट्रेटर की तरफ से जारी की गई।
8 अलग अलग एरिया के नाम बदलने को किया प्रशासन ने नोटिफाई
प्रशासन की तरफ से जारी नोटिफिकेशन के हिसाब से फिलहाल इन सभी आठ एरिया के नामों को ही बदला गया है। इन एरिया में मौजूदा टाइम में लागू होने वाले बिल्डिंग बायलाॅज जो चंडीगढ़ बिल्डिंग रुल्स (अर्बन)-2017 के तहत नोटिफाई है और बायलाॅज जो रुरल एरिया में इंप्लीमेंट है वहीं इनमें आगे होने वाले ऑर्डर तक लागू रहेंगे।
लोगों की भावनाओं का ख्याल भी रखा...
मनीमाजरा को लेकर प्रपोजल था कि इसे सेक्टर-13 बनाया जाए। इसको लेकर जब प्रशासक की एडवाइजरी काउंसिल की स्टैंडिंग कमेटी (अर्बन अफेयर्स) की मीटिंग हुई तो कहा गया कि मनीमाजरा सबसे पुराना एरिया है और इसलिए यहां रहने वाले लोग इस नाम के साथ जुड़े हुए हैं, इसलिए इसका पूरा नाम खत्म करने के बजाय सेक्टर-13 और इसके साथ मनीमाजरा जोड़ दिया जाए। इसके चलते अब जो फाइनल नोटिफिकेशन की गई है उसमें मनीमाजरा को सेक्टर-13 (मनीमाजरा) का नाम दिया गया है और अब यही इस एरिया की पहचान होगा।