Star Khabre, Haryana; 09th March : वित्तीय संकट का सामना कर रहे यस बैंक में हरियाणा सरकार के 2500 करोड़ के साथ ही दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के 3500 कर्मचारियों के जीपीएफ के करोड़ों रुपये भी फंस गए हैं। निगम अपने कर्मचारियों के जीपीएफ की राशि हर महीने यस बैंक में ही जमा कराता है। जिससे बैंक खाते में करोड़ों की राशि है। जीपीएफ फंसने से कर्मचारियों की हवाईयां उड़ गई हैं। कर्मचारी संगठन बिजली वितरण निगमों के उच्च अधिकारियों से संपर्क साध रहे हैं। करोड़ों रुपये का मामला होने के कारण निगमों के उच्च अधिकारियों की सांसें भी अटक हुई हैं। सरकार स्तर पर पूरे मामले को सुलझाने के लिए बातचीत चल रही है।
बैंक के वित्तीय संकट से बाहर आने पर ही जीपीएफ की राशि को लेकर अंतिम निर्णय होगा। चूंकि, वर्तमान में करोड़ों रुपये की राशि को बैंक एक साथ देने की स्थिति में नहीं है। दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम ने अपने लाखों घरेलू, औद्योगिक और वाणिज्यिक उपभोक्ताओं के यस बैंक के खाते में बिजली बिल का भुगतान करने पर भी रोक लगा दी है।
उपभोक्ताओं को कस्टमर केयर से फोन कर व आईटी सेल के जरिये सूचना भेजकर बिजली बिल भुगतन यस बैंक में न करने की जानकारी दी जा रही है। उपभोक्ताओं को जागरूक करने के लिए सभी एसई ऑपरेशन की विशेष डयूटी लगाई गई है।
निगम नहीं चाहता कि उसकी बिल की लाखों रुपये की राशि यस बैंक में फंसे। हरियाणा सर्व कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा ने कहा कि जीपीएफ कर्मचारियों की पूरी नौकरी की पूंजी है। सरकार इसे सुरक्षित करने के लिए उचित कदम उठाए