Star Khabre, Sports; 16th March : क्रिकेटरों के लिए राष्ट्रीय खेल पुरस्कार मजाक बनकर रह गए हैं। बीते वर्ष अर्जुन अवार्ड के लिए चुने गए रविंद्र जडेजा और ढाई साल पहले इसी अवार्ड के लिए चयनित चेतेश्वर पुजारा को खेल मंत्री के हाथों यह अवार्ड लेने की अब तक फुरसत नहीं मिली है। बीसीसीआई की ओर से रविंद्र जडेजा के दाखिल किए गए नामांकन में उनका वर्तमान ईमेल और फोन नंबर नहीं दिया गया। वहीं पुजारा का परिवार उनके क्रिकेट दौरों पर बने रहने की बात कहता आया है।
आवेदन में नहीं दिया जडेजा का वर्तमान नंबर, ईमेल
पुजारा और जडेजा को अर्जुन अवार्ड देना खेल मंत्रालय के लिए मुसीबत बन गया है। दरअसल बीते वर्ष चुनी गईं शूटर अंजुम मौद्गिल भी अर्जुन अवार्ड नहीं ग्रहण कर पाई हैं। वह मंत्रालय से लगातार कह रही हैं कि टोक्यो ओलंपिक में जाने से पहले उन्हें यह अवार्ड दे दिया जाए। मंत्रालय कोशिश कर रहा है कि अंजुम के साथ पुजारा और जडेजा को भी यह अवार्ड खेल मंत्री के हाथों दिला दिया जाए। जिससे खेल मंत्री को क्रिकेटरों को अवार्ड देने के लिए दोबारा समय नहीं निकालने पड़े, लेकिन ऐसा अब तक संभव नहीं हो पाया है। मंत्रालय काफी समय तक जडेजा के दिए गए ईमेल और फोन नंबर पर संपर्क साधता रहा, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली। अब जडेजा के मैनेजर से बात की गई है, लेकिन अवार्ड लेने के लिए कब का समय दिया जाता है यह देखने वाली बात होगी।
खेल मंत्री बदल गए पर पुजारा नहीं आए
पुजारा को जब इस अवार्ड के लिए चुना गया था तब खेल मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ थे। अब खेल मंत्री किरेन रिजीजू हैं। पुजारा का अवार्ड के लिए समय नहीं निकाल पाना हैरानीजनक है। वह क्रिकेट के तीनों संस्करणों की राष्ट्रीय टीम में नहीं खेलते हैं। जिस वक्त पुजारा को अर्जुन अवार्ड के लिए चुना गया था तब वह काउंटी क्रिकेट खेलने जाने वाले थे।
कोहली ने खुद लिया था राष्ट्रपति से खेल रत्न
चेतेश्वर पुजारा को साल 2016-17 के लिए हरमनप्रीत कौर के साथ अर्जुन अवार्ड के लिए चुना गया था। हरमनप्रीत ने यह अवार्ड हासिल कर लिया। इसके बाद साल 2017-18 के लिए विराट कोहली को राजीव गांधी खेल रत्न और स्मृति मंधाना को अर्जुन अवार्ड के लिए चुना गया। दोनों यह सम्मान राष्ट्रपति के हाथों ग्रहण करने आए। बीते वर्ष रविंद्र जडेजा और पूनम यादव को यह अवार्ड मिला। पूनम आईं, लेकिन जडेजा का इंतजार है