Star Khabre, National; 18th March : निर्भया के दोषियों की फांसी में अब कुछ ही समय बचे हैं। इसी बीच बुधवार सुबह तिहाड़ जेल में पवन जल्लाद ने डमी के साथ फांसी का ट्रायल किया। इसके लिए मंगलवार शाम को जेल पहुंचते ही जल्लाद ने फांसी घर का मुआयना किया था, साथ ही दोषियों के गले का माप लिया था। इस बार हुए फांसी के ट्रायल के लिए जेल कर्मचारियों की मदद ली गई। जेल के चार कर्मचारियों को आज सुबह दोषियों की तरह की तैयार किया गया। फिर उनके साथ बाकी सारी प्रक्रिया की गई, जो फांसी के दिन दोषियों के साथ होगी। उन्हें निर्धारित समय के अंदर फांसी घर तक लाया गया, जिसके बाद जल्लाद ने असली दोषियों की डमी को फंदा पहनाया और फांसी दे दी।
मालूम हो कि निर्भया के चारों दोषी मुकेश सिंह, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और अक्षय सिंह को 20 मार्च को फांसी होनी है। इसके लिए अस बार जल्लाद को फांसी की तारीख से तीन दिन पहले ही जेल बुलाया गया है। मंगलवार दोपहर बाद पवन जल्लाद मेरठ से जल्लाद तिहाड़ जेल पहुंच गया था। इससे पहले मंगलवार को भी मुकेश ने अपनी फांसी टालने के लिए एक दांव चला था, जो विफल रहा। मुकेश ने वकील एमएल शर्मा के माध्यम से हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। उसमें दावा किया गया था कि वह 17 दिसंबर 2012 को राजस्थान से गिरफ्तार हुआ था। वह तो वारदात वाले स्थल पर घटना के वक्त था भी नहीं। ऐसे में वह इस केस में दोषी नहीं है। हालांकि इस दलील को भी कोर्ट ने खारिज कर दिया है।
वहीं दोषी मुकेश कुमार की मां ने भी मंगलवार को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) से उसकी फांसी की सजा पर रोक लगाने की गुहार लगाई थी। हालांकि अयोग ने इस मांग को यह कहते हुए नामंजूर कर दिया कि यह उसके अधिकार क्षेत्र से बाहर है।
इससे पहले दोषी मुकेश के वकील एपी सिंह ने एनएचआरसी से अपील की थी। उसके बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा था कि हमने 20 मार्च की फांसी पर रोक लगाने की मांग की है, क्योंकि यह न्याय की हत्या है।
जेल पहुंचते ही जल्लाद की हुई कोरोना जांच
निर्भया के चोरों दोषियों को फांसी के तख्ते पर चढ़ाने के लिए मंगलवार को तिहाड़ जेल पहुंचे जल्लाद को कोरोना जांच से गुजरना पड़ा। जेल के भीतर जाने से पहले उसकी थर्मल स्कैनर से जांच के साथ अन्य शारीरक जांच की गई। जेल के अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि जल्लाद पूरी तरह से स्वस्थ है।