Star Khabre, National; 17th June : पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर सोमवार की देर रात भारत और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई जिसमें भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए। सरकार के सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है। इस झड़प में बिहार के चार सपूत भी शहीद हो गए हैं। चंचौरा के संजय, भोजपुर के कुंदन ओझा, सहरसा के कुंदन कुमार और समस्तीपुर जिले में मोहिउद्दीननगर के सैनिक अमन कुमार सिंह ने वीरगति प्राप्त की।
बता दें कि सारण के सुनील की मौत की खबर जैसे ही घर पहुंची, माहौल गमगीन हो गया। आस-पास के गांव की महिलाएं सुनील के घर पहुंच गई और उनकी पत्नी चन्द्रावती को ढांढस बढ़ाते हुए कहा कि तहार सुहाग नइखे उजरल, देश के सुरक्षा के तिलक बा। महिलाओं ने कहा कि भारत माता की रक्षा के लिए चंद्रवती का सिंदूर काम आएगा।
सुनील ने सारण की शौर्यपूर्ण मिट्टी की परंपरा को कायम रखा
सारण के सुनील कुमार ने शौर्यपूर्ण मिट्टी की परंपरा को कायम रखा। चीनी सैनिकों के साथ झड़प में उन्होंने डटकर सामना किया और आखिरकार अपनी शहादत दे दी। सुनील बिहार रेजिमेंट के 16 बिहार बटालियन के हवलदार थे।
भोजपुर का एक वीर सपूत देश की रक्षा करते चीन के हमले में शहीद हो गया। शहीद जवान मूल रूप से जिले के बिहिया थाना क्षेत्र के पहरपुर गांव के रहने वाले रविशंकर ओझा के 28 वर्षीय पुत्र कुंदन ओझा थे। उनका परिवार करीब 30 साल से झारखंड राज्य के साहेबगज में रह रहा है। वहीं, मंगलवार की शाम बेटे की शहादत की खबर मिलते ही गांव का माहौल गमगीन हो उठा। वहीं कुंदन के पैतृक घर में भी कोहराम मच गया।