Star Khabre, Chandigarh; 26th August : साध्वी रेप केस में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को सीबीआई कोर्ट की ओर से दोषी करार दिए जाने के बाद समर्थकों ने पंजाब, हरियाणा से लेकर दिल्ली तक गुंडागर्दी शुरू कर दी. लगातार पुलिस पर पथराव और गाडियों के जलाने की खबरें आईं. इसके बाद पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने इस पर बड़ा फैसला लेते हुए राम रहीम की संपत्ति को जब्त करने का आदेश दिया. आज फिर इस मामले पर हाई कोर्ट में सुनवाई शुरू हो गई है.
हाई कोर्ट ने कहा है कि अब डेरा सच्चा सौदा की पूरी प्रॉपर्टी सरकार के कब्जे में रहेगी और अब उन्हें अगले आदेश तक बेचा नहीं जा सकता. इस मामले पर मंगलवार को दोबारा सुनवाई होगी.
आज हाई कोर्ट ने बहुत ही साफ शब्दों में मैसेज दिया है कि जो भी कानून के खिलाफ काम करेगा उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
हाई कोर्ट ने ये भी पूछा है कि राम रहीम के काफिले को लेकर कोर्ट को क्यों गुमराह किया गया. सरकार ये भी जवाब दे कि राम रहीम के काफिले में पांच से ज्यादा गाड़ियों को क्यों जाने दिया गया.
हाई कोर्ट ने सरकार से कहा है कि उन लोगों की लिस्ट हाई कोर्ट को दी जाए जिन्होंने पब्लिक प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाया. उनकी संपत्ति कुर्क करके नुकसान की भरपाई की जाएगी.
हाई कोर्ट ने ये भी कहा कि जिन अफसरों ने धारा 144 के बावजूद लोगों को एक जगह इकट्ठा होने दिया उनके नाम बताएँ जाएँ
कल हुई हिंसा को लेकर हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को लगाई फटकार, कहा- राजनीतिक फायदे के लिए सरकार ने ऐसा होने दिया.
हाईकोर्ट ने कल पुलिस से राम रहीम की संपत्तियों का ब्यौरा भी मांगा था. आज पुलिस ने हाई कोर्ट को जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने 36 डेरों को सील करने का काम शुरु कर दिया गया है.
बता दें कि कल हाई कोर्ट ने कहा था कि इस हिंसा में हुए नुकसान की भरपाई राम रहीम की संपत्ति जब्त करके की जाए.
आपको बता दें कि इस केस में फैसला आने के बाद पंजाब, हरियाणा में राम रहीम के समर्थक बेकाबू हो गए. राम रहीम के समर्थक कोर्ट परिसर के पास सुनवाई के पहले से ही मौजूद थे. फैसला आते ही उनके समर्थकों ने पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया. आलम ये था कि पुलिस पर उनकी गुंडागर्दी भारी पड़ी. बेकाबू हुए समर्थकों को पुलिस काबू में ना ला सकी और इस हिंसा में अब तक कुल 31 लोगों की मौत हो चुकी है.