Star Khabre, Panchkula; 03rd September : पंचकूला नगर निगम की राजनीति एक बार फिर उफान पर है। मेयर उपिंद्र कौर आहलुवालिया एवं उनके समर्थित पार्षदों ने आगामी चुनाव के लिए अपनी जमीन बचाने को पिछले लंबे समय से विकास कार्य न होने का हवाला देकर चिट्ठियां लिखने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। अब मेयर व उनके पार्षद इस जमीन को और पक्का करने के लिए जुगाड़ फिट करने में जुट गए है। कयास लगाए जा रहे है कि मेयर समर्थित पार्षद जल्द ही पंचकूला में धरना शुरू करने की तैयारी में हैं ताकि भाजपा सरकार पर काम न होने की जिम्मेदारी थोपी जा सके।
जनता की भावनाओं के साथ किया गया खिलवाड़
वहीं भाजपा ने भी मेयर के इस हथकंडे को फेल करने के लिए रणनीति बनानी शुरू कर दी है। शनिवार को भाजपा की एक महत्वपूर्ण बैठक जिलाध्यक्ष दीपक शर्मा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में भाजपा के पार्षद, जिले के प्रमुख पदाधिकारी तथा सभी मनोनीत पार्षदों ने हिस्सा लिया। बैठक में महापौर द्वारा शहर की जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने और खुद काम न करके आरोप दूसरों या सरकार पर लगाने पर चर्चा की गई है।
धरने से पहले इस्तीफा दें मेयर : भाजपा
बैठक में कड़ा रुख अपनाते हुए सभी पदाधिकारियों एवं मनोनीत पार्षदों ने कहा कि पंचकूला नगर निगम की महापौर अन्य पार्षदों के साथ धरने पर बैठने की बात करती हैं, अगर उन्होंने धरने पर ही बैठना है तो पहले वह अपने पद से इस्तीफा दें। साथ कहा गया कि महापौर द्वारा लोगों के नाम से बार-बार शिकायतें कर ऐसा वातावरण बना दिया गया कि कोई भी निगम में काम करने को राजी नहीं है। सच्चाई तो यह है कि पिछले सवा चार वर्षो के कार्यकाल में अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए यह दिखावा कर रही हैं। इन बीते वर्षो में महापौर ने लोगों की शिकायतें, दूसरों पर इल्जाम और साथ ही चापलूस और भ्रष्ट अफसरों का भरपूर साथ देने के अलावा कुछ नहीं किया। शहर में कार्य करवाने की मुख्य जिम्मेदारी निगम की महापौर की बनती है जबकि द्वेष की भावना से कार्य करते हुए उन्होंने पंचकूला शहर को क्या से क्या बना दिया और इल्जाम दूसरों या सरकार के ऊपर लगाती रही हैं।
..ये पब्लिक है सब जानती है
दीपक शर्मा ने कहा कि यह सभी जानते हैं यह कौन काम करना चाहता है और कौन काम में रुकावट बनता है। सिर्फ आने वाले चुनाव के मद्देनजर और पंचकूला की भोली जनता को गुमराह कर अपनी नाकामियों को छुपाने हेतु धरने पर बैठना सरासर एक राजनीतिक चाल है।
बैठक में ये जनप्रतिनिधि रहे मौजूद
बैठक में डिप्टी मेयर सुनील तलवार, पार्षद सीबी गोयल, कृष्ण लांबा, मनोनीत पार्षद संघमित्रा सिवाच, अरुणा कुमारी, विजय कालिया, जिला महामंत्री वीरेद्र राणा, हरेंद्र मलिक, सहमीडिया प्रभारी नवीन गर्ग भी उपस्थित थे।
सभी सेक्टरों में रुका पड़ा है विकास
यहां बता दें कि पंचकूला नगर निगम के दायरे में आने वाले सभी सेक्टरों का डेवलपमेंट वर्क रुका पड़ा है। इसके चलते पंचकूला के लोगों को टूटी सड़कों से गुजरना पड़ रहा है। लावारिस पशुओं के कारण हादसे हो रहे हैं। रोड-गलियों की पूरी सफाई नहीं होने के कारण लोगों के घरों में पानी घुस रहा है। पिछले दिनों मेयर उपिंदर कौर आहलुवालिया समेत उनके खेमे के 13 पार्षदों के बीच मीटिंग की गई हैं। इसमें अभी तक पेंडिंग पड़े सभी कामों की लिस्ट को बनाया गया है। सभी कामों को उस डेट के हिसाब से लिखा गया जिस डेट को उसका प्रपोजल दिया गया था। अब तक ये काम किए ही नहीं गए हैं। ऐसे में अब पंचकूला की मेयर और उनके खेमे के पार्षद निगम अधिकारियों के खिलाफ धरना दे सकते हैं।