Star Khabre, Delhi; 29th November : कर चोरी मामले में पनामा पेपर के खुलासे के सिलसिले में आयकर विभाग ने मंगलवार को दिल्ली और एनसीआर में 25 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की। आयकर विभाग की टीम ने मेटल, खाद्य प्रसंस्करण, वित्तीय सेवा और टायर के कारोबार में शामिल तीन व्यापारिक समूहों पर छापेमारी में 4 करोड़ कैश और ज्वेलरी अपने कब्जे में ले लिया।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दिल्ली, गाजियाबाद और फरीदाबाद में जारी छापेमारी में करीब चार करोड़ नकद और गहने जब्त किए गए हैं। उन्होंने बताया कि इस दौरान जांच अधिकारियों ने कई दस्तावेज, कंप्यूटर हार्ड डिस्क और सीडी भी अपने कब्जे में ले लिया। इन कारोबारी घरानों का नाम पनामा पेपर्स में सामने आया था। इन पर अपने वास्तविक टर्नओवर और आमदनी की जानकारी को छुपाने का आरोप है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने हाल ही में कहा था कि पनामा पेपर्स मामले में 792 करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति का पता चला है और इसकी जांच तेज गति से चल रही है।
एक साल पहले वाशिंगटन स्थिति इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इंवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट (आईसीआईजे) ने पनामा पेपर्स का खुलासा किया था। तक सीबीडीटी ने कहा था कि कुल 426 मामलों में से 147 मामले कार्रवाई के योग्य हैं।
जांच एजेंसी अब तक सात रिपोर्ट सौंप चुकी है
आयकर विभाग ने सभी 426 मामलों की जांच की, जिनमें से 28 मामलों का क्षेत्राधिकार दूसरे देशों का है। पनामा पेपर ने अमिताभ बच्चन और नवाज शरीफ सहित दुनियाभर के लोगों के बारे में खुलासा किया था।
इनमें 426 भारतीय या भारतीय मूल के लोग शामिल हैं। केंद्र सरकार ने इन मामलों की जांच के लिए पिछले साल अप्रैल में कई एजेंसियों को मिलाकर एक जांच दल का गठन किया था। जांच दल सरकार को अब तक सात रिपोर्ट सौंप चुका है। इसी मामले में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी थी।