Star Khabre, Chandigarh; 05th December : नगर निगम गठन के बाद पिंजौर और कालका में विकास कार्य न करवाए जाने को लेकर कालका की विधायक लतिका शर्मा की चिट्ठी के बाद पुन: नगर परिषद बनाने के लिए चल रही प्रक्रिया के बाद पंचकूला नगर निगम की मेयर उपेंद्र कौर आहलूवालिया ने लतिका शर्मा को आड़े हाथों लिया है। मेयर ने कहा कि जुलाई 2013 से नगर निगम का कार्यभार संभालने के बाद पिंजौर और कालका के लिए करोड़ों रुपये के विकास कार्य करवाए गए हैं। पंचकूला में सरकार की ओर से अधिकारी और स्टाफ ना दिए जाने के चलते विकास पर काफी असर पड़ा। सरकार अब अपनी नाकामी को छिपाने के लिए नगर निगम को भंग करके ठीकरा नगर निगम के चुने हुए प्रतिनिधियों पर फोड़ने की फिराक में है। मेयर ने कहा सरकार को ईमानदार व्यक्ति नगर निगम में बर्दाश्त नहीं हो रहा है, क्योंकि अधिकारियों पर केवल मैं ही हूं, जिसने नकेल कसी हुई है।उपेंद्र कौर आहलूवालिया ने दावा किया कि नगर निगम एरिया में स्ट्रीट लाइट सिस्टम 90 प्रतिशत पूरा हो चुका है। मैंने सड़कों की क्वालिटी पर विशेष फोकस किया और उनकी जाच श्रीराम लैब से करवाई। सभी कम्युनिटी सेंटरों को पंचकूला में शामिल करवाया। पार्को के विकास पर खर्च होने वाली राशि को दुगुना करवा दिया। पार्को में ओपन जिम खुलवाए, पिंजौर कालका के ग्रामीण एरिया में एलइडी लाइटें लगवाई, गलियों का निर्माण करवाया, सुलभ शौचालय की व्यवस्था, हिमशिखा कॉलोनी में पार्को की व्यवस्था, सीवरेज व्यवस्था को ठीक करवाने के लिए पूरा प्रयास किया। मेयर के अनुसार 2010 से नगर निगम को स्टाफ की कमी से जूझना पड़ रहा है। मेयर ने दावा किया कि पंचकूला नगर निगम एरिया में पिछले 5 साल में लगभग 200 करोड़ के विकास कार्य करवाए गए हैं।
मेयर ने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि शहर की कॉलोनियों को नगर निगम एरिया में शामिल होने के बावजूद उन्हें याद नहीं किया गया, जिससे वहा पर विकास कार्य नहीं हो सका। लोकसभा, विधानसभा और नगर निगम के चुनावों में इन लोगों की वोट तो ले ली गई, लेकिन यहा पर विकास करवाना प्रतिबंधित कर दिया गया है। जिससे यह कॉलोनिया लगातार पिछड़ी हुई हैं।
निगम भंग करने को लेकर घंटों मंथन
हरियाणा सरकार को कालका की विधायक लतिका शर्मा द्वारा लिखे पत्र के बाद सरकार की ओर से गठित कमेटी ने अपना काम शुरू कर दिया है। पंचकूला नगर निगम को भंग करने के लिए जिन भी औपचारिकताओं को पूरा किया जाना है, उसको लेकर तैयारिया पूरे जोरों से चल रही हैं। एक दिसंबर को स्थानीय निकाय महानिदेशक की ओर से अंबाला मंडल कमिश्नर को लिखे पत्र के बाद कमिश्नर विवेक जोशी सोमवार को अधिकारियों की बैठक लेने पंचकूला पहुंचे। बैठक में उपायुक्त गौरी पराशर जोशी नगर निगम कमिश्नर राजेश जोगपाल, स्थानीय निकाय विभाग के डायरेक्टर की तरफ से कार्यकारी अधिकारी ओपी सिहाग, डिस्ट्रिक्ट टाउन प्लानर, पंचायती विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। लगभग 3 से 4 घंटे चली बैठक में एक बात उभर कर सामने आई कि पंचकूला नगर निगम बनाने को लेकर जिन जरूरी हालातों को देखा जाना था, उनको ध्यान में नहीं रखा गया। जिसके चलते कई ग्रामीण क्षेत्रों में विकास करवाने के लिए काफी परेशानी उठानी पड़ी। इस मुद्दे पर पुन: बैठक 6 या 7 दिसंबर को होगी, जिसके बाद मंडल आयुक्त विवेक जोशी अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप देंगे।