Star Khabre, Faridabad; 02nd February : हरियाणा सरकार के चार विधायक पर खतरे की घंटी मंडरा रही है। दिल्ली के 20 विधायकों के सदस्यता रद्द होने के बाद यह खतरा हरियाणा पर भी मंडरा रहा है और इसकी मांग पंजाब और हरियाणा सरकार में भी उठ रही है। खट्टर सरकार के समय पर बनाए गए चार सीपीएस पर यह खतरा मंडरा रहा है। मुख्यता कमल गुप्ता, सीमा त्रिखा, बख्शीश सिंह विर्क, श्याम सिंह राणा है। इन चारों के ऊपर खतरा मंडरा रहा है। क्यूंकि हाईकोर्ट ने याचिका का निपटारा करते हुए हरियाणा के मुख्य सचिव को तीन महीने में याची की मांग पर उचित कदम उठाने को कहा।
कैसे पहुंचे विधानसभा में
श्याम सिंह राणा रादौर से विधायक हैं इन्होंने इनेलो के विधायक को 38707 मतों से हराया था। वही कमल गुप्ता हिसार से विधायक हैं इन्होंने कांग्रेस की सावित्री जिंदल को 13646 वोटों से हराया था। बख्शीश सिंह विर्क ने BSP में के प्रत्याशी मराठा वीरेंद्र को हराया था। वहीं सीमा त्रिखा ने लगभग 30000 मतों से पूर्व मंत्री रह चुके महेंद्र प्रताप को बड़खल विधानसभा से हराया था। लेकिन आज पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट में यह आदेश पारित कर दिया है कि 3 माह के अंदर इन पर निर्णय किया जाए।
हरियाण हाईकोर्ट ने हरियाणा में दो साल पहले नियुक्त हुए चार मुख्य संसदीय सचिवों की विधानसभा सदस्यता को लेकर मुख्य सचिव को फैसला लेने के आदेश दिए हैं। इससे पूर्व हाईकोर्ट ने इन चारों की नियुक्ति को गैर संवैधानिक करार दिया था जिसके बाद इन्होंने इस्तीफा दे दिया था।
हाईकोर्ट ने यह फैसला हाईकोर्ट के वकील जगमोहन सिंह भट्टी द्वारा दायर याचिका पर सुनाया था। भट्टी ने ही अब दोबारा याचिका दायर कर अब दिल्ली के आप विधायकों की तर्ज पर इन चारों पूर्व मुख्य संसदीय सचिवों की विस सदस्यता रद्द करने की मांग की है। हाईकोर्ट ने याचिका का निपटारा करते हुए हरियाणा के मुख्य सचिव को तीन महीने में याची की मांग पर उचित कदम उठाने को कहा।
एडवोकेट जगमोहन ङ्क्षसह भट्टी ने याचिका दाखिल करते हुए कहा कि संसदीय सचिव पद पर रहने के कारण जब दिल्ली के आप विधायकों की सदस्यता को रद्द किया जा सकता है तो हरियाणा में भी ऐसा ही किया जाना चाहिए। दिल्ली में विधायक संसदीय सचिव थे जबकि हरियाणा में मुख्य संसदीय सचिव जो एक ही तरह के पद है और लाभ के पद की परिभाषा में आते हैं। एक देश में दो तरह के कानून तो नहीं हो सकते। ऐसे में भट्टी ने बडखल की विधायक सीमा त्रिखा, हिसार के विधायक डा. कमल गुप्ता, असंध के विधायक बख्शीस सिंह विर्क और रादौर के विधायक श्याम सिंह राणा की विधानसभा सदस्यता को समाप्त करने की अपील की है।