Star Khabre, Haryana; 21st February : दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ आम आदमी पार्टी के विधायकों द्वारा हाथापाई किए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। आइएएस मारपीट मामले की आंच हरियाणा तक पहुंच गई है। इस घटना को लेकर राज्य के आइएएस लाबी में जबर्दस्त नाराजगी है। हालांकि, बुधवार को यहां कार्यरत आइएएस अफसरों ने काले बैज लगाकर अपना विरोध जताया।
हरियााणा प्रदेश ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास ने सोशल मीडिया पर आप विधायकों की मुख्य सचिव के साथ किए गए अभद्र व्यवाहार की कठोर शब्दों मे निंदा की। आइएएस लाबी में जबरदस्त आक्रोश है। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों की अति निम्नस्तर की गुंडागर्दी है।
विपक्ष बोला, केजरीवाल जी सरकार चला रहे हो या सर्कस
अमानतुल्लाह खान समेत AAP के दो विधायकों पर दिल्ली पुलिस द्वारा मामला दर्ज किए जाने के बाद समूचे विपक्ष ने हमला बोल दिया है। इस कड़ी में सबसे तीखा बयान कभी केजरीवाल की पार्टी के चाणक्य कहे जाने वाले योगेंद्र यादव की पार्टी स्वराज इंडिया की ओर से आया है। स्वराज इंडिया के प्रवक्ता अनुपम ने पूछा है- 'सरकार चला रहे हैं या सर्कस केजरीवाल जी'।
अनुपम ने ट्वीट किया है- मुख्य सचिव और आम पार्टी के बीच का यह विवाद बेहद शर्मनाक है, और ये कोई पहली ऐसी घटना नहीं है। केजरीवाल के काम करने का यह तरीका बन गया है। पहले भी शकुंतला गैमलिन से लेकर आशीष जोशी तक कई अधिकारियों की बदनामी, उनपर झूठे आरोप और बदसलूकी की गई।
BJP बोली, दिल्ली में संवैधानिक संकट
वहीं, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि सीएम को अपने पद बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं है। साथ ही भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि दिल्ली पर संवैधानिक संकट मंडरा रहा है। ऐसा पहली बार है जब किसी मुख्यमंत्री के आधार पर मुख्य सचिव के साथ ऐसी बदतमीजी की गई है। AAP और अराजकता दोनों एक-दूसरे के पर्यायवाची बन गए हैं। इनका संविधान से कोई वास्ता नहीं है।
कई प्रमुख पदों पर रह चुके हैं अंशु प्रकाश
दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश अपनी अनूठी कार्यशैली और साफ-सुथरी छवि के रूप में जाने जाते हैं। वह जितने लोकप्रिय आइएएस अफसरों के बीच हैं, उतने ही मधुर संबंध सरकार और मंत्रियों के बीच भी हैं। अति विनम्र स्वभाव के कारण वह अपने मातहत के बीच बहुत लोकप्रिय हैं। अंशु अरुणाचल-गोवा-मिजोरम एवं केंद्र शासित प्रदेश कैडर के 1986 के आइएएस बैच के अधिकारी हैं। अंशु प्रकाश दिल्ली की केजरीवाल सरकार आने के बाद चौथे मुख्य सचिव के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इससे पहले वह केंद्र सरकार के अधीन ग्रामीण विकास विभाग में अतिरिक्त सचिव के तौर पर कार्य कर रहे थे।
बता दें कि वह दिल्ली के एकीकृत निगम में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। दिल्ली की पूर्ववर्ती सरकार शीला दीक्षित के समय में वह स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव भी रहे हैं। वह अंडमान निकोबार में भी स्वास्थ्य सचिव थे।
अंशु प्रकाश के साथ कार्य करने वाले अधिकारी बताते हैं कि वह बहुत ही त्वरित परिणाम देने के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने भारत के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रलय में सह सचिव रहते हुए मानसिक स्वास्थ्य समेत कैंसर, मधुमेह, आपातकालीन स्वास्थ्य लाभ और आपदा प्रबंधन समेत जन स्वास्थ्य को लेकर कई महत्वपूर्ण योजनाओं पर काम किया है। इन्हीं के कार्यकाल में मानसिक स्वास्थ्य बिल को भी संसद से मंजूरी मिली थी।