Star Khabre, Chandigarh; 08th April : हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व वाली कैबिनेट में किसी भी समय बदलाव हो सकता है। कुछ मंत्रियों का रुतबा बढ़ाया जाएगा तो कुछ को कैबिनेट से हटाकर संगठन के काम में लगाने की संभावना है। उधर, सीएम मनोहर लाल ने 11 अप्रैल (बुधवार) क मंत्रिमंडल की बैठक बुला ली है। माना जा रहा है कि यह बैठक बदली हुई कैबिनेट की होगी।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल सीनियर कैबिनेट मंत्री कविता जैन से सूचना एवं जनसंपर्क और भाषा विभाग लेकर मंत्रिमंडल में फेरबदल के संकेत पहले ही दे चुके हैं। उनके पति भाजपा मीडिया विभाग के चेयरमैन राजीव जैन को मीडिया एडवाइजर बनाकर सीएमओ में एंट्री दी जा चुकी है। सूत्रों के अनुसार सोमवार को कैबिनेट में बड़ा बदलाव होने की संभावना है। भाजपा हाईकमान से हरी झंडी मिलने के बाद मुख्यमंत्री की इस बदलाव के बारे में राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी के साथ चर्चा होने की खबर है।
14 सदस्यीय मनोहर कैबिनेट में शुरू में सिर्फ मंत्रियों के विभागों में बदलाव की चर्चा थी, लेकिन अब माना जा रहा है कि हाईकमान ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को उनकी इच्छा के अनुरूप कुछ मंत्रियों को बदलने की भी अनुमति दे दी है। अभी तक संगठन का काम देख रहे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला को मनोहर कैबिनेट में एंट्री दी जा सकती है। उनके लिए मंत्री और डिप्टी सीएम के पदों के विकल्प खुले हैं।
मनोहर कैबिनेट में यदि बराला की एंट्री होती है तो एक सीनियर मंत्री को संगठन के काम में लगाया जा सकता है। हालांकि यह मंत्री इसके लिए कतई तैयार नहीं हैं। विधानसभा स्पीकर कंवरपाल गुर्जर की भी लॉटरी लग सकती है। इस पद पर सूबे के अनुभवी और सीनियर मंत्री को लाने की तैयारी है, लेकिन वह भी इसके लिए तैयार नहीं हैं।
विवादों में रहे एक राज्य मंत्री को कैबिनेट से अलग कर उन्हीं के जिले के एक अन्य विधायक को कैबिनेट में लेने की तैयारी है। दो महिला विधायकों में भी मनोहर कैबिनेट का हिस्सा बनने की रस्साकसी चल रही है। एक महिला विधायक उत्तरी हरियाणा तो दूसरी दक्षिणी हरियाणा से है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के दो विश्वसनीय राज्यमंत्रियों का रुतबा इस बार बढ़ाया जा सकता है। इसके लिए उन्हें तैयार रहने के संकेत दे दिए गए हैं। मुख्यमंत्री इस संभावित बदलाव पर भाजपा हाईकमान खासकर राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के साथ चर्चा कर चुके हैं। आरएसएस के प्रमुख नेताओं से भी इस पर मंत्रणा हो चुकी। दो सीनियर मंत्रियों के विभाग कम करते हुए एक सीनियर मंत्री को पहले से अधिक पावरफुल किया जा सकता है।