Star Khabre, Haryana; 10th April : मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व वाली कैबिनेट में फेरबदल की चर्चाएं एक बार फिर हवाई निकली। पिछले कई दिनों ने मंत्रिमंडल में बदलाव की खबरें राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई थी। मगर मुख्यमंत्री ने खुद ही इन चर्चाओं पर यह कहते हुए विराम लगा दिया कि कोई बदलाव नहीं हो रहा और बदलाव की चर्चाएं सिर्फ मीडिया की देन है। मुख्यमंत्री से पहले सरकार के किसी मंत्री अथवा संगठन के अहम पदाधिकारी ने इन चर्चाओं को खारिज नहीं किया।भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय के हरियाणा दौरे और मुख्यमंत्री मनोहर लाल की पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के साथ हुई मुलाकात के बाद से कैबिनेट में बदलाव की चर्चाएं चल रही थी। पूछने पर भी किसी मंत्री, प्रदेश अध्यक्ष अथवा पार्टी के जिम्मेदार पदाधिकारी ने इन चर्चाओं को खारिज नहीं किया। अब अचानक मुख्यमंत्री द्वारा इन संभावनाओं को खारिज किए जाने के कई राजनीतिक कारण माने जा रहे है। बताते है कि संभावित फेरबदल को लेकर मंत्रियों में काफी नाराजगी थी। दो कैबिनेट मंत्रियों की छुïट्टी होने, दो कैबिनेट मंत्रियों के विभागों में बदलाव किए जाने और एक राज्यमंत्री को हटाकर कुछ नए विधायकों को एडजेस्ट किए जाने की चर्चाओं ने नए विवादों को जन्म दे दिया। प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला और स्पीकर कंवरपाल गुर्जर की सरकार में एंट्री की खबरों ने आग में घी डालने का काम किया।
मुख्यमंत्री चाहते थे कि बदलाव तो हो, मगर वे इस तरह का बड़ा बदलाव करने के हक में कतई नहीं थे। कारण यह है कि मुख्यमंत्री लगातार जनता के बीच जा रहे हैैं और मिशन 2019 की तैयारी करते हुए वे किसी तरह के नए विवाद को जन्म नहीं देना चाहते थे। विवाद खड़े होने से मिशन 2019 की तैयारियों को धक्का लग सकता था। इसलिए मुख्यमंत्री ने फिलहाल कैबिनेट फेरबदल को टालना ही उचित समझा।
हालांकि, मुख्यमंत्री धीरे धीरे बिना किसी बड़ी तैयारी के मंत्रियों के कार्य क्षेत्र तथा विभागों में बदलाव कर सकते है। सीएम का फोकस संगठन और सरकार को ताकतवर बनाते हुए नाराज कार्यकर्ताओं को मनाने पर है। इस दौरान उन्हें उन विधायकों को भी खुश करना होगा, जो संभावित बदलाव से कुछ पाने की आस लगाए बैठे थे।
बदलाव के कयास विपक्ष की बौखलाहट से उपजे : जैन
भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री व प्रदेश प्रभारी डॉ. अनिल जैन ने भी हरियाणा में कैबिनेट में बदलाव की संभावनों को खारिज किया है। जैन ने कहा कि राज्य के संगठन अथवा सरकार में बदलाव के कयास विपक्ष की बौखलाहट से उपजे हैं। इनमें कोई सच्चाई नहीं है। राज्य में मनोहर सरकार ने पिछले साढ़े तीन साल में बेहतर कार्य किए हैं। मनोहर सरकार के कई ऐसे कार्य रहे हैं जिन्हें अन्य प्रदेशों की भाजपा शासित सरकार भी अपना रही हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उनकी सरकार बेहतर कार्य कर रही है। जींद रैली में मनोहर सरकार के बेहतर कामकाज पर खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी मुहर लगा चुके हैं।