Star Khabre, Faridabad; 13th April : नगर निगम में तैनात मुख्य योजनाकार सतीश पाराशर की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं। अभी कुछ समय पहले ही उन्हें मुख्यालय से निलंबित किया गया था लेकिन आज न्यायालय ने एक अन्य मामले में उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने के आदेश जारी कर दिए हैं। निगम अधिकारी सतीश पाराशर के साथ-साथ क्लर्क सुनीता डागर और हितेन्द्र के खिलाफ भी कोर्ट ने आपराधिक मामला दर्ज करने के आदेश जारी किए हैं।
गौरतलब है कि निगम में तैनात रहे मुख्य योजनाकार सतीश पाराशर पर रिश्वत लेने व भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं। पिछले दिनों अरावली सीएलयू कांड में मुख्य योजनाकार सतीश पाराशर की भूमिका को संदिग्ध पाते हुए निगम मुख्यालय चंडीगढ़ से उन्हें निलंबित कर दिया गया था लेकिन आज कोर्ट ने एक अन्य मामले में सुनवाई करते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं।
याचिकाकर्ता वरूण श्योकंद के वकील नीरज बालियान के अनुसार फर्जी जीपीए से बसेलवा कालोनी में डेयरी स्कीम फेस-2 के तहत फर्जीवाडा कर पाराशर ने प्लॉट आबंटित किया था। यह मामला 2012-13 में ओल्ड फरीदाबाद की बसेलवा कालोनी का है। उस समय सतीश पाराशर ओल्ड जोन में संयुक्त आयुक्त के पद पर थे। सतीश पाराशर ने फर्जी जीपीए पर एक प्लॉट सुनीता डागर के नाम पर ट्रांसफर कर दिया। आपको बता दें कि सुनीता डागर नगर निगम में ही योजनाकार ब्रंाच में पिछले कई वर्षों से कार्यरत हैं। शिकायतकर्ता ने बताया कि इस बावत कई बार निगम अधिकारियों तथा पुलिस आला अधिकारियों को पत्र द्वारा शिकायत की गई थी लेकिन इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। इतना ही नहीं यह मामला निगम सदन की बैठक में भी गूंजा था। इस पर जांच के आदेश भी दिए गए थे लेकिन आज तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे मायूस होकर याचिकाकर्ता ने न्यायालय की शरण ली। अब इस मामले में न्यायालय ने कड़ा रूख अपनाते हुए संबंधित थाने को सतीश पाराशर, सुनीता डागर व हितेन्द्र के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने के आदेश जारी कर दिए हैं।
याचिकाकर्ता वरूण श्योकंद का आरोप है कि यह 250 गज जमीन 600 रुपए गज में आबंटित की गई थी। जबकि वहां आज 50 हजार रुपए गज का रेट है। यानि जिस जमीन का भाव आज लगभग 1 करोड़ 25 लाख रुपए है, वह सरकार से धोखाधड़ी करते हुए मात्र डेढ़ लाख रुपए में ले ली। वरूण श्योकंद का तो यह भी आरोप है कि अरावली में फार्म हाउस मालिकों को गैर कानूनी ढंग से फायदा पहुंचाने में भी सतीश पाराशर का भी हाथ है।