Star Khabre, Faridabad; 17th April : डिलाईट मामला शहर में इन दिनों हॉट केक बना हुआ है। डिलाईट मामले को लेकर पिछले कई दिनों से आरटीआई एक्टिविस्ट वरुण श्योकंद शिकायतें दे रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने एनजीटी में मामला उठाया था। जिस पर पोलूशन कंट्रोल बोर्ड ने अपने एनओसी वापस ले ली थी। उसके बाद नगर निगम ने बकायदा पत्र जारी कर काम रोकने का फरमान जारी कर दिया था। लेकिन वरुण श्योकंद ने दोबारा एनजीटी में मामला दायर किया है। उधर होटल प्रबंधन ने पोलूशन कंट्रोल बोर्ड के खिलाफ हाई कोर्ट से स्टे ले लिया है।
क्या कहते हैं वरुण श्योकंद
वरुण श्योकंद का कहना है कि मेरे द्वारा बार-बार निगम प्रशासन, संबंधित अधिकारियों तथा संबंधित विभागों को सूचित किया गया परंतु विभाग और अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई थी। जिसके चलते मेरे द्वारा एनजीटी में गुहार लगाई गई जिस पर आनन-फानन में पोलूशन कंट्रोल बोर्ड ने अपनी एनओसी रीबोक कर ली। उसके बाद निगम ने काम रोकने का पत्र जारी कर दिया। लेकिन प्रशासन के ढुलमुल रवैया के कारण आज मुझे दोबारा एनजीटी की शरण में जाना पड़ा है।उन्होंने कहा कि मैं दोबारा इस मामले को एनजीटी में उठाऊंगा और मुझे जितनी बार कोर्ट जाना पड़े में पीछे नहीं हटूंगा।
क्या कहते हैं होटल प्रबंधन के मालिक जितेंद्र भाटिया उर्फ बंटी
जितेंद्र भाटिया उर्फ बंटी का कहना है कि पूर्व में भी एनजीटी न्यायालय ने काम रोकने का कोई भी आदेश जारी नहीं किया था। केवल पोलूशन कंट्रोल बोर्ड ने अपनी एनओसी रीबोक कर ली थी। जिसके विरुद्ध हमने पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट से पोलूशन कंट्रोल बोर्ड के विरुद्ध स्टे ले लिया है। उन्होंने बताया की मुझे दो बार एनओसी देने के बाद अचानक एनओसी को रीबोक करना मेरे लिए सहज नहीं था। जिसके चलते मैंने न्यायालय की शरण ली और न्यायालय ने मुझे स्टे दे दिया है। हालांकि उन्होंने स्टे की कॉपी ना होने का हवाला दिया है और कहा है कि एनजीटी में मैं स्टे की कॉपी को प्रस्तुत कर दूंगा। साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मेरे पास सभी विभागों की पर्याप्त एनओसी थी। इसके बावजूद भी जानबूझकर इस मामले को उठाया जा रहा है। उन्होंने अरावली में बने अन्य दो होटल ताज और आटर्नियम का हवाला देते हुए कहा कि यह दोनों का भी निर्माण इन्ही शर्तो पर हुआ है। इन्हे भी recreational center cum club के नाम पर एनओसी दी गई थी और मेरे पास भी पर्याप्त एनओसी है। परंतु फिर भी बार बार इस मुद्दे को उठाया जा रहा है। जो कि व्यापारी वर्ग के लिए दुखद है। होटल प्रबधन ने किसी भी नियम का उलंघन नहीं किया है। सभी विभागों से एनओसी लेकर ही काम शुरू किया गया है।