Star Khabre, Faridabad; 20th November : एनएच तीन स्थित डीएवी शताब्दी कॉलेज में नेशनल प्रेस डे पर पत्रकारिता के बदलते स्वरूप पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें पत्रकारिता की पढ़ाई कर रहे छात्रों ने भाग लिया। छात्रों को पत्रकारिता के सिद्धांतों व उद्देश्यों से अवगत कराया गया। कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश उपस्थित थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रिंसिपल डॉ. सतीश आहूजा ने की। उन्होंने कहा कि बदलते अाधुनिक परिवेश में पत्रकारिता का दायरा बढ़ा है। सोशल मीडिया के इस युग में हर कोई पत्रकार की भूमिका है। इसके सकारात्मक व नकरात्मक पहलु दोनों है। खबरों की समझ रखना ही केवल पत्रकारिता नहीं है। बल्कि समाज पर इसके सकारात्मक प्रभाव के पहलूओं पर भी समाचार के माध्यम से विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। मुख्यातिथि वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश ने कहा कि पत्रकारिता का स्वरूप तेजी से बदला है। नए जमाने के साथ कदमताल करने के लिए जरूरी है िक उसके साथ अपडेट रहा जाए। उन्होंने अपने करगिल युद्ध के दौरान रिपोर्टिंग के अनुभव शेयर किए। छात्रों के सवालों का जवाब दिया। उर्मिलेश ने कहा कि सोशल मीडिया पर भी अपनी अभिव्यक्ति व्यक्त करते समय इसके प्रभाव की जानकारी भी होनी चाहिए। जो तथ्य परोस रहे हैं। उसके सकारात्मक व नकारात्मक प्रभाव की जानकारी होनी चाहिए। पत्रकार सुखबीर कौर ने एकरिंग में रोजगार के अवसर से अवगत कराया। पत्रकार प्रशांत रजावत ने मजीठिया वेज और जिले व प्रखंड स्तर पर पत्रकारिता के पहलुओं की जानकारी दी। प्रोफेसर डॉ. सुनीति आहूजा ने कार्यशाला के उद्देश्यों की सराहना की। इस अवसर पर हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. शुभ तनेजा, बीजेएमसी के एचओडी सोनिया हुड्डा, डॉ. सविता भगत, डॉ. ज्योति राणा, अरुण भगत, डॉ. दिव्या त्रिपाठी, डॉ. जितेंद्र ढुल और रचना कसाना उपस्थित थे। इस मौके पर बीजेएमसी के छात्रों ने महिलाओं के सम्मान के लिए युवा पीढ़ी को प्रेरित करने के लिए नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत कर सभी को जागरूक किया।