Star khabre, Faridabad; 28th January : हरियाणा के ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने कहा कि हरियाणा सरकार प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की सोच को सार्थक करते हुए वॉकल फॉर लॉकल के सिद्धांत पर आगे बढ़ रही है। महिलाओं को स्वावलंबी बनाते हुए उन्हें स्वरोजगार से जोडक़र जीवन में सकारात्मक लक्ष्य के साथ आगे बढऩे के लिए प्रेरित करने के साथ ही उन्हे हर संभव सहयोग देने में सरकार अपना दायित्व प्रभावी रूप से निभा रही है। पंचायत मंत्री श्री पंवार मंगलवार को सेक्टर-12 के एचएसवीपी ग्राउंड में 24 जनवरी से 6 फरवरी 2025 तक चलने वाले सरस मेले का विधिवत रूप से शुभारंभ कर रहे थे। पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार के साथ खाद्य एवं पूर्ति मंत्री राजेश नागर ने सरस मेला परिसर में देश भर के विभिन्न राज्यों व हस्तकला की प्रदर्शनी का अवलोकन किया और प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया। सरस मेले का दीप प्रज्ज्वलन के साथ हरियाणा के विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने शुभारंभ किया। सरस मेला के शुभारंभ अवसर पर पूर्व मंत्री एवं बल्लभगढ़ से विधायक मूलचंद शर्मा, डीसी विक्रम सिंह, भाजपा जिला अध्यक्ष राज कुमार वोहरा, जिला परिषद् चेयरमैन विजय सिंह व हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा.अमरिंद्र कौर भी साथ रहे। जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के सीईओ सतबीर मान ने सभी का स्वागत किया।
हरियाणा के ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार व खाद्य एवं पूर्ति मंत्री राजेश नागर ने मेले में लगे सभी स्टॉल का निरीक्षण किया और स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों की तारीफ की।
विकास एवं पंचायत मंत्री श्री पंवार ने प्रदेश भर से आए स्वयं सहायता समूह की बहनों द्वारा तैयार किया गया पारंपरिक भोजन का भी स्वाद चखा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पाद उनकी मेहनत, रचनात्मकता व स्वालंबन का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि हरियाणा में लगभग 60 हजार स्वयं सहायता समूह कार्य कर रहे हैं, जिनके माध्यम से 6 लाख परिवार अपनी आजीविका चला रहे हैं। इन समूहों के माध्यम से ग्रामीण परिवारों की आर्थिक स्थिति में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। उन्होनें बताया कि एचआरएमएल का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को स्वावलंबी और उनके उत्पादों को व्यापक बाजार उपलब्ध कराना हैं। सरस मेले के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को एक बड़ा प्लेटफार्म सरकार उपलब्ध करवा रही है ताकि वे अपने उत्पादों का देश व प्रदेशभर में दिखा सके व बिक्री कर सके। उन्होंने बताया कि इन महिलाओं का हुनर और मेहनत राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत करने का सरस मेला एक महत्वपूर्ण अवसर है। उन्होंने बताया कि सरस मेले का आयोजन ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करता है और शहरी उपभोक्ताओं को ग्रामीण क्षेत्र के अनूठे उत्पादों से भी परिचित कराता हैं। उन्होंने बताया कि स्वयं सहायता समूह की महिलाएं प्रदेश में हरियाणा सरकार द्वारा कैंटिन चला कर उपभोक्ताओं को सस्ते दामों पर व्यंजनों को खिला रही है। श्री पंवार ने जिन गांवों में स्वयं सहायता समूह की संख्या कम हैं उनमें और महिलाओं को जोडकर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की संख्या बढाने की अपील की।
हरियाणा में बनेंगी 4 लाख लखपति दीदी : पंवार
विकास एवं पंचायत मंत्री ने बताया कि अब तक करीब 1500 करोड रुपये की राशि स्वयं सहायता समूह को उपलब्ध करवाई जा चुकी है। उन्होंने बताया कि हरियाणा में 4 लाख लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें से अब तक एक लाख लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि सभी पंचायतों में सांस्कृतिक मंडल खोलने का भी निर्णय लिया हैं। उन्होंने बताया कि भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 28 जुलाई 2024 को पूरे देश के राज्यों की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से सीधे बात की थी और उनकी सकारात्मक सोच है कि स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को नए नए उत्पादों की टे्रनिंग देकर उनको स्वालंबन की ओर अग्रसर करना है। श्री पंवार ने हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की लखपति दीदीयों की कार्य शैली की सराहना की और उनके साथ एक सामुहिक फोटो भी खिंचवाया। हरियाणा के ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली महिलाओं का पुरस्कार देकर सम्मान किया।
हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा. अमरिंद्र कौर ने विस्तार से हरियाणा के ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री को स्वयं सहायता समूह के बारे में जानकारी दी। डॉ अमरिंद्र कौर ने बताया कि मेले के मुख्य आकर्षण हस्तशिल्प और हस्तनिर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी ग्रामीण महिलाओं द्वारा तैयार किए गए उत्पाद जैसे हैंडीग्राफ्ट, जैविक उत्पाद, पारंपरिक परिधान, घरेलू सजावट की वस्तुएं, फूडकॉट, विभिन्न राज्यों से आए स्वादिष्ट पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद लेने का अवसर, सांस्कृतिक कार्यक्रम, लोकनृत्य, संगीत और नाटक प्रस्तुतियां ग्रामीण भारत की समृद्ध संस्कृति धरोहर का दर्शाती है।
पद्मश्री अवार्डी महाबीर गुड्डू ने सांस्कृतिक मंच पर बांधा समां :
सरस मेले में जहां एक ओर स्टॉल के माध्यम से हस्तशिल्प कलाकारों द्वारा अपने उत्पादों की प्रस्तुति दिखाई गई है वहीं सांस्कृतिक मंच पर पद्मश्री अवार्डी महाबीर गुड्डू ने अपनी टीम के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आगाज किया। महाबीर गुड्डू ने सांस्कृतिक मंच से जहां हरियाणा सरकार की कार्यशैली को संगीत विधा से आमजन तक पहुंचाया वहीं हरियाणा ग्रामीण आजीविका मिशन की इस सार्थक पहल को महिलाओं के सशक्तिकरण का साक्षात उदाहरण बताया।