Shikha Raghav (Star Khabre), Faridabad; 21st July : पूर्व मंत्री चौ.महेन्द्र प्रताप सिंह ने वीरवार को होटल मैगपाई में आयोजित प्रैसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि केन्द्रीय राज्यमंत्री व फरीदाबाद के सांसद कृष्णपाल गुर्जर पर संगीन आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि राजनैतिक षडय़ंत्र के तहत केन्द्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने उनके दो बेटों पर मुकद्मा दर्ज कराया है। जबकि मेरे बेटों का इस पूरे मामले से कोई लेना-देना है ही नहीं। उन्होंने कहा कि न तो जमीन हमारी है और न ही हम खरीददार हैं। चौ. महेन्द्र प्रताप ने कहा कि प्रैसवार्ता के दौरान जोर देते हुए कहा कि अधिकारियों ने उनसे स्वयं कहा है कि कृष्णपाल गुर्जर के दबाव के कारण यह मुकद्मा दर्ज हुआ है। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय राज्यमंत्री कृष्ण पाल गुर्जर सत्ता का दुरूपयोग कर कानून का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। शहर में वह विकास कार्य न करवा पाने और लोगों के बढ़ते आक्रोश की खीझ वो इस तरह से उतार रहे हैं।
हरियाणा सरकार के पूर्व मंत्री चौ. महेन्द्र प्रताप ने मामले के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि जिस मामले में यह मुकद्मा दर्ज हुआ है, उसका एमओयू त्यागी पाईप क्राफ्ट प्रा. लि. व संदीप और धमेन्द्र के बीच 2013 में साइन हुआ। जमीन बैंक को मॉडगेज थी और उस पर बैंक का साढ़े छह करोड़ रुपए बकाया था। एमओयू के अनुसार संदीप, धमेन्द्र आदि को ये रुपए बैंक में जमा करने थे और उसके बाद त्यागी पाईप क्राफ्ट प्रा. लि. जमीन को 26 करोड़ कुछ रुपए में बेचने के लिए उनके साथ एग्रीमेंट करेंगे। पूर्व मंत्री के अनुसार संदीप और धमेन्द्र ने 5.5 करोड़ रुपए तो जमा करा दिए लेकिन एक करोड़ रुपए नहीं दिए जिस कारण त्यागी ने एमओयू रद्द कर दिया। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में मेरे बेटे को कोई लेना देना नहीं है। यह सिर्फ और सिर्फ राजनैतिक साजिश के तहत फंसाया जा रहा है।