Star Khabre; Faridabad; 30th July : डीसी जितेन्द्र यादव ने कहा कि सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार आजादी के अमृत महोत्सव श्रृंखला के तहत जिला में जल संरक्षण को प्रोत्साहन देने के लिए जिला प्रशासन ने जनभागीदारी को बढ़ावा देने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी के लिए जल का संरक्षण बहुत जरूरी है। केंद्र व राज्य सरकार जल संरक्षण के लिए चिंतनशील हैं और इस दिशा में वर्षा के जल सहित जल संरक्षण के बेहतर क्रियान्वयन के लिए तेजी से कार्य कर रही हैं।
डीसी जितेन्द्र यादव ने जिला के आमजन से अपील करते हुए कहा कि शासन-प्रशासन के साथ ही आम जनमानस का भी यह दायित्व बनता है, कि वह जल संरक्षण की दिशा में सहयोगी बनें। उन्होंने कहा कि ‘कैच द रेन, वेयर इट फॉल्स, वैन इट फॉलस थीम के साथ सरकार कदम उठा रही है। वर्षा जल संचयन समय के साथ बेहद जरूरी है। डीसी जितेन्द्र यादव ने जनहित में कहा कि वर्षा का मौसम है और इस वर्षा जल को संचय करते हुए हमें इसका सदुपयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम सबको चाहिए कि हम भी जल संरक्षण में भागीदार बनाते हुए सरकार का पूरा सहयोग करें और आने वाली पीढ़ी के लिए जल बचाएं। डीसी जितेन्द्र यादव ने कहा कि सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में जिला में सभी विभागों अपनी आईईसी गतिविधियों को तेजी से आगे बढ़ाएं ताकि लोगों को जल संचयन के लिए ज्यादा से ज्यादा जागरूक किया जा सके। डीसी ने आगे कहा कि जल की एक-एक बूंद अमूल्य है, इसे व्यर्थ न जाने दें। जल है तो कल है। उन्होंने कहा कि जल शक्ति अभियान का मुख्य उद्देश्य पानी की बचत व संग्रह करना है। उन्होंने कहा कि बारिश के पानी का संग्रह करना है ताकि जमीन का जल स्तर ऊंचा उठ सके। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैच द रेन जल शक्ति अभियान की शुरुआत की है और हम सबको इस अभियान में अपना पूरा सहयोग देना होगा एवं पानी की एक-एक बूंद का संचय करना होगा। डीसी ने जिला वासियों से अपील की है कि वे अपने परिजन, मित्रों और आस-पड़ोस के लोगों को भी जल के विवेकपूर्ण उपयोग और उसे व्यर्थ न बहाने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि जल शक्ति अभियान का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण, जल संरक्षण और भविष्य को सुरक्षित रखना है। बरसात के मौसम में जल संरक्षण कर व पौधारोपण का कार्य कर हम इस अभियान को सफल बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण से जल स्तर ऊंचा होगा तथा वर्तमान व आने वाली पीढ़ी को इसका लाभ मिलेगा।