नगर निगम अधिकारियों को प्रधान सचिव से मिला स्टे
गुडगांव मंडल आयुक्त डी सुरेश के आदेशों के खिलाफ नगर निगम ने प्रधान सचिव के समक्ष की थी अपील
Shikha Raghav, Faridabad; 12th April : तू डाल-डाल, मैं पात-पात वाली कहावत इंडियन हार्डवेयर मामले में निर्माणकर्ताओं और नगर निगम अधिकारियों पर बिल्कुल सटीक बैठती है। दरअसल निर्माणकर्ता इंडियन हार्डवेयर की जमीन पर जल्द से जल्द निर्माण कार्य पूरा करने के लिए तन व धन से पुरजोर कोशिशों में लगे हुए हैं, वहीं नगर निगम अधिकारी इस मामले में अपनी पिछली गलतियों को सुधारते हुए इस निर्माण कार्य को रोकने में लगे हुए हैं। इसी का नतीजा है कि मंगलवार को नगर निगम अधिकारी अपनी पूरी ताकत लगाकर प्रधान सचिव से इंडियन हार्डवेयर मामले में स्टे के आदेश ले आए हैं ताकि अब इंडियन हार्डवेयर की जमीन पर कोई निर्माण कार्य न किया जा सके।
आपको बता दें कि Star Khabre ने दो साल से ठंडे पड़े इस मामले को एक बार फिर उठाया था। दरअसल हाल ही में गुडगांव मंडल आयुक्त डी सुरेश ने इंडियन हार्डवेयर मामले के नक्शों को बहाल कर दिया, जिन्हें करीब डेढ़ साल पूर्व नगर निगम अधिकारियों ने ही गलत करार दिया था। गुडगांव मंडल आयुक्त डी सुरेश के आदेश आते ही निर्माणकर्ताओं के हौंसले बुलंद हो गए और उन्होंने जमीन पर निर्माण कार्य शुरू कर दिया।
निर्माण कार्य शुरू होने के बाद Starkhabre.com ने 29 मार्च को “हार्डवेयर मामला : भूमाफियाओं का बडख़ल विधानसभा में तांडव शुरू” शीर्षक के साथ एक खबर प्रकाशित की थी। इस खबर के बाद से ही नगर निगम अधिकारियों की निंद्रा टूटी और इस मामले में अपनी साख बचाने के लिए निगम अधिकारियों ने कार्रवाई शुरू कर दी। 29 मार्च को खबर लगने के बाद नगर निगम को प्रधान सचिव से इस मामले में पहली सुनवाई की तारीख 4 अप्रैल की मिली। हालांकि इस सुनवाई में नगर निगम अधिकारियों को कोई राहत नहीं मिली, लेकिन उसके बाद भी निगम अधिकारियों ने अपनी साख बचाने की कोशिश नहीं छोड़ी और आज मंगलवार को दूसरी सुनवाई में वह प्रधान सचिव से इस मामले में निर्माण कार्य पर रोक लगाने के लिए स्टे ले आए। अब इस मामले की अगली सुनवाई 26 अप्रैल को होगी।
“हमें इंडियन हार्डवेयर मामले में निर्माण कार्य रोकने के लिए स्टे मिल गया है। प्रधान सचिव ने साफ शब्दों में कह दिया है कि जो निर्माण हो गया है, अब उसकी आप फोटो ले लें, यदि आज के बाद वहां कोई निर्माण कार्य किया जाता है, तो आप कार्रवाई के लिए स्वतंत्र हैं। आज से वहां की प्रतिदिन एक फोटो भी ले और उसकी प्रतिलिपी यहां भी लगाएं”
ओपी मोर, एसडीओ, एनआईटी नगर निगम तोडफ़ोड़ विभाग, फरीदाबाद
“इंडियन हार्डवेयर मामले में स्टे की सूचना मिली है। खुशी है कि कार्रवाई हो रही है। हम इस मामले को सिरे तक लेकर जाएंगे। जहां गलत हुआ, उस मामले को पूरा उजागर किया जाएगा। इसके साथ ही नियमों को ताक पर रखकर व भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाले निगम अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की भी सिफारिश की जाएगी”
आनंदकांत भाटिया, अध्यक्ष, भाजपा निगरानी कमेटी, बडख़ल विधानसभा, फरीदाबाद