Shikha Raghav, Faridabad; 16th December : Star खबरें ने दोपहर को कालेधन को सफेद करने के लिए “क्या विपुल के कार्यालय पर खेला जा रहा है बड़ा खेल ?” खबर प्रकाशित की थी। जिला उपायुक्त ने आज दोपहर इस मामले में संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों को जांच के आदेश दे दिए हैं। साथ ही जिला उपायुक्त ने शिकायतकर्ता को 19 दिसंबर को स्टेट इलेक्शन अधिकारियों के सामने अपनी शिकायत रखने की अनुमति भी दी है।
आज दोहपर को हमने आपको एक खबर के माध्यम से बताया था कि सोशल मीडिया पर हरियाणा के उद्योगमंत्री व फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र के विधायक विपुल गोयल पर गंभीर आरोप लग रहे हैं। मार्च में आए हुए आधार कार्ड व वोटर कार्ड नौ महीने बाद लोगों के घर पहुंचने के मामले में एक शिकायतकर्ता ने सेक्टर-16 चौकी में इसकी शिकायत की है। शिकायतकर्ता का कहना है कि भारत सरकार से मेरी पत्नी के नाम पर जारी दस्तावेज नेता अपने कार्यालय पर कैसे मंगवा सकते हैं। जबकि नियमानुसार तो यह दस्तावेज सिर्फ और सिर्फ संबंधित व्यक्ति के पते पर ही पहुंचने चाहिए न कि नेता या अन्य किसी व्यक्ति के घर। तो फिर यह दस्तावेज उद्योग मंत्री विपुल गोयल के कार्यालय पर कैसे पहुंचे। सोशल मीडिया पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि क्या उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने जनता के इन आधार कार्ड और वोटर कार्ड का इस्तेमाल कालेधन को सफेद करने में तो इस्तेमाल नहीं किया।
हैरानी वाली बात तो इसमें यह भी है कि शिकायतकर्ता के घर जो लडक़ा यह डाक्यूमेंट्स लेकर आया था, उसके शिकायतकर्ता को बताया कि उद्योग मंत्री विपुल गोयल के कार्यालय पर काम करता है और उन्हें छत्रपाल जोकि पार्षद का चुनाव लडऩे के इच्छुक हैं, उन्होंने यह डाक्यूमेंट्स देने भेजा है। सोशल मीडिया पर तो चर्चा यह भी है कि क्या उद्योग मंत्री इन आधार कार्ड और वोटरकार्ड से दो निशाने साध रहे हैं। पहला कालेधन को सफेद धन में बदलना और दूसरा नगर निगम चुनाव में अपने चेहते उम्मीदवार की ब्रांडिंग करना। लेकिन इसमें सच क्या है यह तो जांच का विषय है।
शिकायतकर्ता ने बताया कि आज दोपहर इस मामले को लेकर शिकायतकर्ता जिला उपायुक्त चंद्रशेखर से मिले, जहां उन्होंने उपायुक्त को पूरी घटना से अवगत कराया और जांच की मांग की। इस पर संज्ञान लेते हुए उपायुक्त ने फोन के माध्यम से एडीसी को मामले में संज्ञान लेने को कहा और साथ ही शिकायतकर्ता को आश्वासन दिया कि इस पूरे मामले की तह तक जांच की जाएगी और पता लगाया जाएगा कि यह दस्तावेज वहां कैसे पहुंचे। इसके साथ ही उपायुक्त ने शिकायतकर्ता को 19 दिसंबर को स्टेट इलेक्शन कमीशन के अधिकारियों के सामने अपनी शिकायत रखने की अनुमति दी।
एडीसी जितेन्द्र सिंह दहिया से जब इस बारे में बात की तो उन्होंने बताया कि हां उनके संज्ञान में यह मामला है कि सेक्टर-16ए पुलिस चौकी में आधार कार्ड और वोटर कार्ड को लेकर एक शिकायत दी गई है। उन्होंने बताया कि उन्होंने इस मामले में डीसीपी सैंट्रल विजेन्द्र विज से मामले की जांच करने के लिए बात की थी, अब इस मामले में उन्होंने क्या जांच की है, यह तो विजेन्द्र विज ही बता सकते हैं।
डीसीपी सैंट्रल विजेन्द्र विज से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।