Star khabre, Faridabad; 26th August : केरल प्रदेश के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की जीवन लीलाओं से मानवता, प्रेम, नारी सम्मान, समरसता और शांति की ओर उन्मुख होने की प्रेरणा मिलती है। केरल प्रदेश के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने आज कृष्ण जन्माष्टमी पर्व के अवसर पर फरीदाबाद सेक्टर -86 स्थित माता अमृता आनंदमयी हॉस्पिटल और सेक्टर 31 स्थित श्री कृष्ण नवग्रह मंदिर में आयोजित श्री कृष्ण जन्माष्टमी समारोह में बतौर मुख्यातिथि शिरकत की।
केरल प्रदेश के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने सर्वप्रथम भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहाकि श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व भारत के साथ-साथ विश्व के अनेक देशों में बड़े हर्षोल्लास व धूमधाम से मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि मैं यह प्रश्न पूछता हूँ कि अम्मा को यह अस्पताल खोलने के लिए क्या प्रेरित करता है? उन लोगों की सेवा करने के लिए जिन्होंने जीवन खो दिया है। दान की भारतीय अवधारणा वास्तव में संजोना नहीं है। यह कोई एहसान नहीं है जो आप किसी और पर कर रहे हैं। आपको हर किसी को अपना विस्तार मानना होगा। इसलिए दूसरों की सेवा करने के लिए तैयार रहें। अम्मा से यह करुणा और सहानुभूति बढ़ती है कि उनकी अनुपस्थिति में भी आप खुद को अभिभूत महसूस करते हैं। आप बीमार और रोग ग्रस्त लोगों की देखभाल करने के लिए जो प्रयास कर रहे हैं, उसके लिए मैं आपकी सराहना करता हूँ।
उन्होंने कहा कि जन्माष्टमी पर्व पर हमें नंदी ग्रह, वृंदावन, गोकुल की लीलाएं, मथुरा और कंस वध कर लोगों को उसके अत्याचार से मुक्ति दिलाई यह सब याद आता है। गोकुल में भगवान श्री कृष्ण को माखन चोर और चित चोर भी कहते है। उन्होंने जरासंध द्वारा मथुरा पर किये गए हमलों को जिक्र किया। उन्होंने कहा कि किस तरह पांडवों पर कौरवों का अत्याचार था तब भगवान श्री कृष्ण ने पांडवों की सहायता कर उनको मार्गदर्शन किया। उन्होंने महाभारत का युद्ध शुरू होने से पहले कुरुक्षेत्र की रणभूमि पर अर्जुन को गीता का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि हमें भक्ति भाव से गीता को पढ़ने के साथ-साथ समझने का प्रयास भी करना चाहिए और जो कोई मेरी उपासना अनन्य भाव से करेगा वह मुझमें सबको देखेगा और सबको मुझमें देखेगा। भारतीय दर्शन संस्कृति के अनुसार परमात्मा हमारे अंदर ही निवास करता है। गीता का सारा संदेश यही है। भगवान श्रीकृष्ण के जीवन संदेशों से लोक-कल्याण के लिए निष्काम भाव से कर्म करने की शिक्षा मिलती है। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति का मन जीवन में स्थिर, शांत और संतुलित रहता है, वह व्यक्ति जीवन में प्रगति करता है। साथ ही व्यक्ति का परिवार आगे बढ़ता है। भगवान श्री कृष्ण कहते है को मेरी ओर जिस भाव से आता है मैं उसे उसी भाव से स्वीकार करता हु।
उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने पूरे विश्व में सबके कल्याण के लिए कार्य किया। इसलिए हम सभी को भी भगवान श्री कृष्ण के उपदेशों का अनुसरण करते हुए सबके कल्याण के लिए कार्य करना चाहिए।
इस अवसर पर बालगोकुलम से ऐश्वर्या नायर और कार्तिक नायर को दसवीं और बारहवीं में अच्छे अंक लाने के लिए सम्मानित किया साथ ही नृत्य गुरु शशमिष्ठा को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में एसडीएम शिक्षा अंतिल, एसीपी राजेश लोहान, श्री कृष्ण सेवा समिति से कृष्ण मूर्ति, गोपा कुमार, मुथु कुमार, अच्छदन पी वी, मुकेश भाटिया, जय कृष्ण नंबियार, अशोक कुमार सहित अन्य कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।