Star khabre, Chandigarh; 12th March : चंडीगढ़ पुलिस पर सीबीआई का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। मंगलवार को आईएसबीटी-43 में तैनात एएसआई शेर सिंह को 4500 रुपए रिश्वत लेते हुए सीबीआई ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया। यह एक माह में सीबीआई का चंडीगढ़ पुलिस पर दूसरा ट्रैप था। इससे पहले, क्राइम ब्रांच की एक यूनिट में तैनात कांस्टेबल और अफसर भी सीबीआई के निशाने पर थे, लेकिन उन्हें समय रहते भनक लग गई, जिससे वह ट्रैप सफल नहीं हो पाया। इस पूरे मामले की जानकारी चंडीगढ़ पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को भी है।
रिकॉर्डिंग के साथ पहुंची सीबीआई
सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई कई दिनों से पुलिस के कुछ अधिकारियों पर नजर बनाए हुए थी। एजेंसी के पास पुख्ता सबूत मौजूद थे, जिनमें रिश्वत मांगने की रिकॉर्डिंग भी शामिल थी। यह मामला एक आपराधिक केस से जुड़ा हुआ है और सीबीआई अभी भी इसकी जांच में जुटी हुई है।
चेतावनी के बावजूद नहीं सुधरे पुलिसकर्मी
चंडीगढ़ पुलिस में भ्रष्टाचार को लेकर डीजीपी सुरेंद्र सिंह यादव पहले ही सख्त चेतावनी जारी कर चुके हैं। पदभार संभालने के बाद उन्होंने कांस्टेबल से लेकर वरिष्ठ अधिकारियों तक से मुलाकात कर स्पष्ट कर दिया था कि पुलिस का काम लोगों की सेवा करना है, न कि अपराधियों से सांठगांठ करना। उन्होंने कहा था कि जो भी रिश्वत लेते पकड़ा जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी।
पहले भी हो चुकी है कार्रवाई
इससे पहले क्राइम ब्रांच के कांस्टेबल युद्धबीर, डीएसपी एसपीएस सौंधी और डीजीपी को बदनाम करने के मामले में तीन पुलिसकर्मियों—ओमप्रकाश, जसपाल और महिला कांस्टेबल जसविंदर—के खिलाफ केस दर्ज किया गया था।
इस मामले में एएसआई शेर सिंह गिरफ्तार
आईएसबीटी-43 में तैनात एएसआई शेर सिंह ने बुड़ैल के रहने वाले दविंदर से डेढ़ लाख रुपए के चेक बाउंस मामले में गिरफ्तारी से बचाने के लिए रिश्वत की मांग की थी। दविंदर ने इसकी शिकायत सीबीआई सेक्टर-30 में दर्ज कराई। सीबीआई ने शेर सिंह की रिश्वत मांगने की रिकॉर्डिंग कर ली और सोमवार शाम करीब 4:30 बजे एक बिचौलिए के माध्यम से चौकी में ही ट्रैप लगा दिया। जब शेर सिंह के हाथ धुलवाए गए, तो उन पर रंग चढ़ गया, जिससे रिश्वत लेने की पुष्टि हो गई।
सीबीआई ने आरोपी एएसआई शेर सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है।
News Source : DainikBhaskar