Star khabre, Chandigarh; 26th March : चंडीगढ़ डिस्ट्रिक्ट क्राइम सेल (डीसीसी) के इंचार्ज इंस्पेक्टर जसमिंदर सिंह, हेड कॉन्स्टेबल सतीश और सीनियर कॉन्स्टेबल समुंदर को पुलिस विभाग के सीनियर अफसरों की ओर से मंगलवार देर रात सस्पेंड कर दिया गया है।
इन पर आरोप है कि उत्तर प्रदेश में करीब 10 करोड़ एटीएम कैश वैन लूट के 4 आरोपियों में से 2 को गिरफ्तार करने के बाद छोड़ दिया गया। चंडीगढ के डीजीपी सुरेंद्र सिंह यादव भी इस केस पर नजर बनाए हुए हैं।
ये दिखा लूटी वाहवाही
डिस्ट्रिक्ट क्राइम सेल ने पुलिस स्टेशन 39 में एफआईआर नंबर 45, आर्म्स एक्ट की धारा 25-54-59 के तहत केस दर्ज करवाया। उसमें डीसीसी ने बताया कि हेड कॉन्स्टेबल, कॉन्स्टेबल संदीप, अमित और जतिंदर गश्त कर रहे थे। उन्हें सूचना मिली कि सेक्टर-56ए/बी रोड स्थित खुले मैदान से 2 आरोपी रॉकी निवासी गांव लिसाढ़, जिला शामली (यूपी) और गौरव निवासी गांव आरिफपुर, जिला बागपत (यूपी) को गिरफ्तार किया। डीसीसी ने बताया कि गौरव के पास से एक देसी कट्टा और रॉकी के पास से एक जिंदा कारतूस बरामद किया।
छोड़े 2 आरोपियों को क्राइम ब्रांच ने पकड़ा
सूत्रों से पता चला कि डीसीसी ने जो 2 आरोपी रॉकी और गौरव को गिरफ्तार किया था, वे 2 नहीं, कुल 4 थे, जिनमें से 2 को छोड़ दिया। पकड़े गए दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी राजस्थान से दिखाई गई। जब इन आरोपियों के पीछे यूपी पुलिस भी लगी हुई थी। जब यूपी पुलिस को दो की गिरफ्तारी का पता चला तो उन्होंने चंडीगढ़ पुलिस के अफसर से संपर्क किया और बताया कि ये आरोपी कुल 4 थे, चारों आरोपी ने यूपी से एक एटीएम कैश वैन से करीब 10 करोड़ लूटकर फरार हुए थे।
पूछताछ में हुआ खुलासा
जिसके बाद चंडीगढ़ पुलिस के सीनियर अफसर डीसीसी मंगलवार देर रात पहुंचे और उस दौरान क्राइम ब्रांच की टीम भी वहीं पर मौजूद थी। अफसरों ने पकड़े गए दोनों आरोपियों से सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने पूरी बात का खुलासा कर दिया और अपने दो अन्य साथियों के बारे में भी बता दिया, जिसके बाद क्राइम ब्रांच ने रात को ही अन्य दोनों आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया। और केस की फाइल क्राइम ब्रांच अपने साथ ले गई। अब जांच क्राइम ब्रांच करेगी।
जिसके बाद पुलिस अफसर डीसीसी मंगलवार रात को पहुंचे, जहां इंस्पेक्टर जसमिंदर और हेड कॉन्स्टेबल सतीश, सीनियर कॉन्स्टेबल समुंदर को सस्पेंड कर दिया।
News Source : DainikBhaskar