Star khabre, Chandigarh; 28th February : पंजाब के शंभू और खनौरी मोर्चे की संयुक्त किसान मोर्चे (SKM) से एकता को लेकर आज (27 फरवरी को) चंडीगढ़ में हुई छठें राउंड की मीटिंग बेनतीजा रही है। करीब 6 घंटे तक चली मीटिंग में किसी बात पर सहमति नहीं बनी।
मीटिंग के बाद SKM के नेताओं ने कहा कि मीटिंग में कई मु
तीन बॉर्डर पर होगी महिला किसान महापंचायत
डल्लेवाल की तबीयत खराब होने के बाद संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने खनौरी में बैठक की। साथ ही इस संघर्ष को आगे कैसे बढ़ाया जाए, इस पर रणनीति बनाई गई है। वहीं, चंडीगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा के साथ आज होने वाली बैठक से पहले दोनों पक्षों की बैठक होने जा रही है।
हालांकि, केंद्र सरकार के साथ 7वें दौर की बैठक 19 मार्च को चंडीगढ़ में होनी है। डल्लेवाल की तबीयत को ध्यान में रखते हुए और संघर्ष को मजबूती देने के लिए किसानों ने फैसला लिया है कि 8 मार्च को शंभू, खनौरी और रतपनूर बॉर्डर पर महिला किसान महापंचायत का आयोजन किया जाएगा।
द्दों पर चर्चा हुई, जो भी चीजें, तथ्य व एतराज मीटिंग में निकलकर सामने आए हैं। अब उनको लेकर तीनों मोर्चे अपने अपने संगठनों में चर्चा करेंगे। इसके बाद मीटिंग की अगली तारीख तय कर एकता की दिशा में कदम बढ़ाया जाएगा। हालांकि मीटिंग की तारीख तय नहीं की गई है।
SKM के सीनियर किसान नेता जोगिंदर सिंह उगराहां ने आज एकता को लेकर लंबी चर्चा हुई। मुकम्मल एकता को लेकर अभी तक कई ऐसी चीजें है, जिस पर अभी कई चर्चा करने की जरूरत है। कॉमन मिनिमम एकता संभव है। उस तरफ प्रयास करेंगे। फिर बड़ी एकता की तरफ बढ़ेंगे।
दूसरी तरफ किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का अनशन 94वें दिन में प्रवेश कर गया है। लेकिन अभी उनकी तबीयत ठीक नहीं है। उन्हें 103.6 डिग्री तेज बुखार है। उनके सिर पर लगातार पानी की पट्टियां रखी जा रही हैं। दूसरी ओर उनकी यूरिक एसिड रिपोर्ट भी ठीक नहीं आई है। किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने बताया कि रात को लगभग 12 बजे जगजीत सिंह डल्लेवाल की तबीयत ज्यादा बिगड़ी थी।
उन्हें तेज बुखार और ज्यादा ठंड लगने की वजह से कंपकंपी शुरू हो गई थी। मौके पर मौजूद डॉक्टरों की टीम के अथक प्रयासों की वजह से 2 घंटे में स्थिति सामान्य हो पाई है। किसान नेताओं ने लोगों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में मोर्चे पर पहुंचने की अपील की है, ताकि इस संघर्ष को सफल बनाया जा सके।
नसें ब्लॉक होने से टेंशन ज्यादा
बता दें कि, किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल जब से आमरण अनशन पर चल रहे हैं वह कुछ खा नहीं रहे हैं। वह पानी के सहारे ही चल रहे हैं। उनके लिए हरियाणा के किसानों द्वारा अपने खेतों से पानी लाया जा रहा है। जिसे पीकर मोर्चे पर डटे हुए हैं।
दूसरी तरफ मेडिकल सहायता लेने में दिक्कत आ रही है। क्योंकि उनकी नसें ब्लॉक हो रही है। हाथों में सूजन आ रही है। इस चीज से किसान नेता भी डर रहे हैं। हालांकि डॉक्टरों की टीम लगातार उन पर नजर रख रही है।
डल्लेवाल की सेहत का मामला पहुंच चुका है सुप्रीम कोर्ट
इसी बीच किसान नेता जगजीत डल्लेवाल ने बेटे-बहू और पोते के नाम संपत्ति कर आमरण अनशन का ऐलान कर दिया। हालांकि 26 नवंबर 2024 को अनशन से पहले पंजाब पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। मगर, उन्होंने वहीं अनशन शुरू कर दिया। किसानों के दबाव में 1 दिसंबर को पंजाब पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया। तब से ही डल्लेवाल का अनशन जारी है।
मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचा। लेकिन डल्लेवाल ने मेडिकल मदद लेने से इनकार कर दिया। कोर्ट में करीब 10 बार उनकी सेहत को लेकर सुनवाई हुई। इसके बाद केंद्र ने 14 फरवरी को बातचीत का न्योता दे दिया। तब डल्लेवाल मेडिकल सुविधा लेने के लिए राजी हो गए।
News Source : DainikBhaskar