Star khabre, Chandigarh; 29th March : चंडीगढ़ में राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता और समाज सेवा के लिए रूस में भी सम्मानित हो चुके नेशनल यूथ अवार्डी रोहित कुमार से पुलिस चौकी में मारपीट करने वाले ASI सेवा सिंह, ASI रणजीत सिंह और कॉन्स्टेबल दीपक को सस्पेंड कर दिया गया है।
यूथ अवार्डी रोहित की शिकायत पर पहले लाइन हाजिर कर जांच का जिम्मा डीएसपी जसविंदर को सौंपा गया था। जांच रिपोर्ट पूरी कर डीएसपी ने एसएसपी ऑफिस भेज दी, जिसके बाद कार्रवाई करते हुए यह एक्शन लिया गया।
FIR और बर्खास्तगी की मांग
लेकिन पीड़ित रोहित इस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस अन्य पुलिसवालों को बचा रही है और इन्हें सस्पेंड नहीं, बल्कि बर्खास्त कर FIR दर्ज की जाए। इसे लेकर वह सोमवार को चंडीगढ़ के डीजीपी सुरेंद्र सिंह यादव से मिलेंगे और कड़ी कार्रवाई की मांग करेंगे।
इंसाफ नहीं मिला तो जाऊंगा कोर्ट
रोहित ने कहा कि अगर उन्हें चंडीगढ़ पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से न्याय नहीं मिला, तो वह कोर्ट का रुख करेंगे। “अगर एक नेशनल यूथ अवार्डी के साथ पुलिस स्टेशन में बिना किसी गलती के ऐसा बर्ताव हो सकता है, तो आम जनता के साथ क्या होता होगा। उन्होंने कहा कि जब तक उन्हें इंसाफ नहीं मिलेगा, तब तक वह अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।
शिकायत दर्ज करवाने गए थे, पुलिस ने की मारपीट
पीड़ित रोहित ने बताया कि वह और उनका दोस्त गोबिंद शनिवार शाम हल्लोमाजरा चौकी पहुंचे थे। जहां उनकी दो परिचित लड़कियां अपने पिता के खिलाफ शारीरिक शोषण की शिकायत दर्ज कराने आई थी। आरोप है कि पुलिस ने लड़कियों की मदद करने के बजाय उन्हें थप्पड़ मारने शुरू कर दिए। जब रोहित और उनके दोस्त ने पुलिस से मानवता दिखाने की अपील की, तो पुलिसकर्मियों ने उन्हें भी बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया।
रोहित ने कहा पुलिस चौकी में लगे सीसीटीवी कैमरों में पूरी घटना कैद हुई है। इसके अलावा, वहां मौजूद लोगों ने भी अपने मोबाइल में घटना की वीडियो बनाई, जिसमें रोहित घायल अवस्था में जमीन पर पड़ा दिख रहा है, जबकि पुलिसकर्मी वहीं खड़े नजर आ रहे हैं।
News Source : DainikBhaskar