Star khabre, Faridabad; 23rd April : हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डॉ. ब्रह्मदीप सिंह ने आज जिला फरीदाबाद स्थित सिविल अस्पताल का दौरा कर स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति की समीक्षा की। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य जिले के सरकारी अस्पतालों की वास्तविक स्थिति का आकलन करना, सुविधाओं की गुणवत्ता परखना और कर्मचारियों के साथ प्रत्यक्ष संवाद स्थापित करना रहा।
डॉ. ब्रह्मदीप सिंह ने जिला नागरिक अस्पताल में आने वाले मरीजों और उनके परिजनों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए “विश्राम सदन” के निर्माण का प्रस्ताव जल्द से जल्द भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कई बार मरीजों को अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान परिजनों को बाहर रुकना पड़ता है, जो कि असुविधाजनक और असुरक्षित होता है। ऐसे में विश्राम सदन उनके लिए एक राहत भरा विकल्प होगा।
डॉ. ब्रह्मदीप सिंह ने कहा कि फरीदाबाद में कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों की सुविधा के लिए अस्पताल प्रशासन को कैंसर केयर यूनिट को जल्द शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस यूनिट के शुरू होने से मरीजों को इलाज के लिए दिल्ली या अन्य बड़े शहरों में भटकना नहीं पड़ेगा। इससे समय और धन दोनों की बचत होगी, साथ ही स्थानीय स्तर पर गुणवत्तापूर्ण उपचार भी उपलब्ध होगा। इसके अलावा मनोरोग चिकित्सक सुविधाएं भी जल्द शुरू करने के निर्देश दिए।
डॉ. सिंह ने अस्पताल में प्राइवेट रूम बनाने के निर्देश दिए। इससे मरीज जो निजता और अतिरिक्त सुविधाएं चाहते हैं, उन्हें बेहतर विकल्प मिल सके। महिला मरीजों की सुविधा के लिए निदेशक ने निर्देश दिए कि अल्ट्रासाउंड सेवाओं में महिला रोग विशेषज्ञ (Gynaecologist) की ड्यूटी लगाई जाए। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं की समय पर जांच और देखभाल मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने में अत्यंत प्रभावी साबित होगी। साथ ही मानसिक रोगों के डॉक्टर की ड्यूटी लगाकर सेवाएं जल्द से जल्द शुरू करें। स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को मानक स्तर पर पहुंचाने के लिए डॉ. सिंह ने जिले की सभी स्वास्थ्य संस्थाओं को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (NQAS) के तहत प्रमाणित करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह प्रमाणन न केवल संस्थाओं की गुणवत्ता को दर्शाएगा, बल्कि मरीजों को विश्वसनीय स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रदान करेगा।
उन्होंने निरीक्षण के दौरान डॉ. ब्रह्मदीप सिंह ने बेहतर सफाई व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सिक्योरिटी गार्ड को भी वर्दी सुनिश्चित की जाए जिससे आमजन और अस्पताल स्टाफ के बीच पहचान स्थापित की जा सके।
इसी तरह गैर-संचारी रोग (NCD) जैसे डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, कैंसर इत्यादि की स्क्रीनिंग को लेकर डॉ. सिंह ने स्पष्ट आदेश दिए कि जिले में 100% स्क्रीनिंग सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि इन बीमारियों की समय पर पहचान और प्रबंधन से दीर्घकालिक स्वास्थ्य संकटों से बचा जा सकता है। साथ ही निरीक्षण के दौरान डॉ. ब्रह्मदीप सिंह ने निजी अस्पतालों को चेतावनी दी कि अगर वे टीबी के मामलों की रिपोर्टिंग नहीं करते या लापरवाही बरतते हैं, तो उनके खिलाफ IPC की धारा 269 और 270 के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि इन धाराओं के तहत दो साल तक की सजा का प्रावधान है।
इस अवसर पर सीएमओ डॉ जयंत आहूजा, डॉ राम भगत सहित अन्य वरिष्ठ डॉ उपस्थित रहे।