दम तोड़ते पौने दो लाख पौधे
Shikha Raghav, Faridabad; 19th April : ना खुदा ही मिला, न बिसाले सनम (विपुल), न इधर के रहे न उधर के हम कुछ ऐसी ही दर्द भरी दास्तान बयां कर रहे हैं सडक़ों पर मुरझाते व धूप से झलुसते पौने दो लाख पौधे। हम उन पौने दो लाख पौधों की बात कर रहे हैं जिन्हें एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित कर और अपना नाम लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज कराने के लिए फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र के विधायक विपुल गोयल नर्सरी से लेकर आए थे। आज उन पौधों की स्थिति देखकर ऐसा लग रहा है कि मानो वो कह रहे हो कि जब विधायक जी हमें नर्सरी से उठाकर लेकर आए थे तो हमे ऐसा लग रहा था कि बड़े लालन पालन से हमारी देखरेख की जाएगी, लेकिन उस समय हमें क्या पता था कि सडक़ों पर हमें गाडिय़ों की ठोकर खाने और बिन पानी तरसने के लिए छोड़ दिया जाएगा। बिना पानी के हमें मरने के लिए यहां छोड़ दिया गया है। इतना ही नहीं आज गाडिय़ां भी हमारे ऊपर चढक़र चली जाती हैं। इससे तो अच्छा होता कि हम नर्सरी में ही रहते। हमारे साथ तो उपरोक्त कहावत वाला ही हाल हुआ है कि न खुदा ही मिला, न बिसाले सनम, न इधर के रहे न उधर के हम।
25 जुलाई 2015 को फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र के विधायक विपुल गोयल ने नवचेतना ट्रस्ट के बैनर तले एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित करके लगभग दो लाख पौधे तीन घंटे में लगाए थे। इन पौधों को लगाने में 20 हजार वालिंटियरों ने साथ दिया था। इस कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शिरकत थी। जबकि हरियाणा राज्यमंत्री कैप्टन अभिमन्यु सहित अनेक नेता भी कार्यक्रम में उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने विधायक विपुल गोयल को पौधारोपण करने पर कहा था कि पौधे लगाना ही काफी नहीं है मैं अगले वर्ष सितंबर में इन्हें चैक भी करूंगा कि कितने पौधे बने हुए हैं।
अभी पौधों को लगाए एक वर्ष भी पूरा नहीं हुआ कि वो दम तोड़ रहे हैं। देखरेख के अभाव में पौधों की दुर्गति हो गई है। दरअसल विधायक जी ने एक के बाद एक करके तीन बड़े कार्यक्रम किए। नाहर सिंह स्टेडियम में सेलिब्रिटी मैच, फरीदाबाद टाऊन पार्क में भारत का सबसे ऊंचा झंडा लगाना और सेक्टर-12 में एक कार्यक्रम के दौरान एक साथ लगभग दो लाख पौधे लगाना।
जानकारों का कहना है कि ऐसा करके विपुल गोयल जी का फरीदाबाद के लिए कुछ करने का या उसका नाम करने का उद्देश्य नहीं था बल्कि इन सब कार्यक्रमों के पीछे उनका उद्देश्य हरियाणा सरकार में कोई मंत्रालय पाना था लेकिन ऐसा हुआ नहीं। विधायक विपुल गोयल को हरियाणा सरकार ने मंत्रीमंडल में कोई स्थान नहीं दिया। इससे वह काफी आहत हुए। शायद यह भी एक कारण हो सकता है कि जो पौधे उन्होंने बड़े उत्साह व बड़ा कार्यक्रम आयोजित करके लगवाए थे, मंत्रीमंडल में कोई स्थान न मिलने के कारण उन्होंने उन पौधों की तरफ से अपना मुंह फेर लिया और उनकी देखरेख की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे।
हम यहां विधायक विपुल गोयल को मंत्रीमंडल न मिलने का जिक्र इसलिए कर रहे हैं क्योंकि अक्टूबर 2014 में विधानसभा चुनावों के बाद लगभग आठ महीनों में विधायक विपुल गोयल ने तीन बड़े कार्यक्रम आयोजित किए थे लेकिन उसके बाद जब मंत्रीमंडल में उन्हें जगह नहीं मिली तो उन्होंने तब से अब तक ऐसा कोई भी कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जिसकी शहर में चर्चा हो। विधायक विपुल गोयल द्वारा लगाए गए पौधे सेक्टर-12 में अपनी दास्तान बयां कर रहे हैं। वहीं लोगों का कहना है कि पौधे लगाना तो आसान है, लेकिन उनकी देखरेख करना उतना ही मुश्किल काम।