Star Khabre, Faridabad; 5th December : आप सभी अवगत है कि 8 नवम्बर की शाम को करीब 8 बजे पुलिस को सूचना मिली कि सैक्टर 7 के गुरूद्वारे के पीछे पार्क के पास एक औरत की लाश पडी हुई है।
सूचना मिलते ही तुरन्त मौके पर डी.सी.पी.बल्लभगढ, डी.सी.पी क्राइम, ए.सी.पी क्राइम, क्राइम ब्रांच की टीमें, एफ.एस.एल की टीम व थाना प्रबंधक सैक्टर 7 घटनास्थल पर पहुंचे। घटनास्थल का निरीक्षण किया गया और पब्लिक मैन विशाल की शिकायत पर थाना सैक्टर 8 मे हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस आयुक्त विकास अरोडा के आदेश पर केस की गंभीरता को देखते हुए डी.सी.पी क्राईम मुकेश महलो़त्रा के निर्देश पर ए.सी.पी क्राईम सुरेन्द्र श्योराण के मार्ग दर्शन मे क्राईम ब्रांच की 4 टीम सी.आई.ए (सैक्टर 85 व 30 तथा सैन्ट्रल व एन.आई.टी.) की टीमो द्वारा आरोपी की धर-पकड के लिए विभिन्न पहलुओ से जांच को आगे बढाया गया। घटनास्थल के आस-पास के कई किलो मीटर तक के सी.सी.टी.वी कैमरे की फुटेज खंगाले गये। आस-पास के लोगो से पूछताछ की गई। मुखबरो की सक्रिय किया गया।
मामले के आरोपी मनोज को क्राइम ब्रांच सेंट्रल और 85 की टीम ने 20/21 नवंबर की रात नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार किया था। आरोपी मनोज नेपाल का रहने वाला है जो फिलहाल फरीदाबाद की सेक्टर 11 राजीव नगर झुग्गी में रह रहा था। आरोपी फरीदाबाद में दिहाड़ी मजदूरी का काम करता है। बता दे की 7 नवंबर की रात आरोपी ने एक महिला के साथ बलात्कार करके उसकी हत्या कर दी थी और उसके शव को सेक्टर 7 पार्क में फेंक दिया था। इस मामले में क्राइम ब्रांच व थाना पुलिस की टीमें लगातार आरोपी की तलाश में जुटी हुई थी। क्राइम ब्रांच की टीम ने सीसीटीवी फुटेज, गुप्त सूत्रों, तकनीकी सहायता तथा आसपास के लोगों के साथ की गई पूछताछ कि जा रही थी। पूछताछ में क्राइम ब्रांच बीपीटीपी और उंचा गांव की टीम ने लगातार पूछताछ में सेक्टर-7 के सामज सेवी गोल्डी बरेजा से सीसीटीवी फुटेज के सम्बंध में पूछताछ की। जिसमें गोल्डी बरेजा ने पुलिस का सहयोग करते हुए काफी लोगो को वीडियो दिखाया और आरोपी का पता लगाने में पुलिस की मदद् की। जिससे आरोपी की भाभी और भाई का पता चला। जिन से पता चला कि आरोपी नेपाल चला गया है। क्राइम ब्रांच टीम ने आऱोपी को सनौली बॉर्डर नेपाल से गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस आयुक्त ने ब्लाईण्ड मर्डर केस की गुथ्थी सुलझाने में मदद् करने के लिए प्रथम श्रेणी का प्रसंशा पत्र दिया गया है। केस को सुलझाने में वेद नंबरदार, आरडब्लू ए प्रधान सेक्टर-4,एम एस अरोड़ा, कुशल अरोड़ा, करमजीत, राजेश शर्मा प्रधान सेक्टर-7 ने भी मदद् की है।