Star Khabre; Faridabad; 29th July : जिला उद्यान अधिकारी फरीदाबाद डॉ. रमेश कुमार की अध्यक्षता में गाँव चीरसी में मेरी फसल-मेरा ब्यौरा, मेरा पानी मेरी विरासत, मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना, भवन्तात भरपाई योजना, जल शक्ति अभियान व विभागीय योजनाओं के बारे में किसानों को अवगत करवाने जागरूक करने के लिए एक बागवानी जागरूकता कैंप का आयोजन किया गया। उक्त कैम्प में बागवानी अधिकारियों द्वारा किसानों को विभागीय योजनाओं से रूबरू करवाया गया। इसके अतिरिक्त बागवानी विभाग द्वारा किसानों को योजनाओं के पम्पलेट्स भी वितरित किए गए ताकि किसान ज्यादा से ज्यादा योजनाओं का लाभ ले सकें।
जिला उद्यान अधिकारी फरीदाबाद डॉ. रमेश कुमार ने किसानों से आह्वान किया कि किसान विभागीय योजनाओं को ज्यादा से ज्यादा अपनाए जिससे किसान बागवानी फसलें लेकर अपनी आय बढ़ा सकते हैं। उन्होंने बताया कि किसान विभागीय योजनओं जैसे मेरा पानी-मेरी विरासत को अपनाकर धान की फसल को छोड़कर बागवानी की फसलें अपनाये जिससे पानी की बचत हो सके तथा अधिक आय प्राप्त कर सकें। खेतों में फलदार पौधों के बाग़ लगाने वाले किसानों को बागवानी विभाग अब ज्यादा सब्सिडी देगा। अब विभाग ने किसानों को मिलने वाली सब्सिडी को बढ़ाकर 50 प्रतिशत तक कर दिया है। सब्सिडी का पैसा बाग़ लगाने वालों को तीन किस्तों में दिया जाएगा। अधिक सब्सिडी देकर सरकार का मकसद किसानों की आय व फलों के उत्पादन को बढ़ाना है। एक किसान को अधिकतम 10 एकड़ तक सब्सिडी दी जाएगी। चार कटेगरी में अलग-अलग मिलेगी सब्सिडी
बाग़ लगाने के लिए बागवानी विभाग के चार केटेगरी बनाई हैं। चारों में किसानों को सब्सिडी उसी आधार पर अलग–अलग मिलेगी।
पहली केटेगरी में एक एकड़ में छह x सात मीटर की दूरी पर 95 पोधे लगाए जाएँगे। इसमें बेर, आदि के फलदार पौधे लगा सकते हैं। इसमें जो किसान धान की फसल की जगह बाग लगायेंगे, उन्हें 32500 रूपए प्रति एकड़ व जो किसान सामान्य जगह पर बाग़ लगायेंगे उन्हें 25500 रूपए प्रति एकड़ सब्सिडी मिलेगी। पहले साल जो किसान धान की फसल की जगह बाग लगायेंगे उन्हें 19500 रूपए व सामान्य जगह पर बाग लगाने वाले किसानों को 12500 रुपए दिए जाएंगे, दूसरे व तीसरे साल 6500-6500 रुपए दिए जाएँगे।
दूसरी कैटेगरी में छह x छह मीटर पर एक एकड़ में 110 या इससे ज्यादा पौधे अमरुद, निम्बू, अनार आदि के फलदार पौधे लगेंगे। इसमें जो किसान धान की फसल की जगह बाग लगायेंगे उन्हें 50 हजार रूपए प्रति एकड़ व जो किसान सामान्य जगह पर बाग़ लगायेंगे उन्हें 43000 रूपए प्रति एकड़ सब्सिडी मिलेगी। पहले वर्ष किसान को धान की फसल की जगह बाग़ लगाने पर 30 हजार व सामान्य जगह पर बाग लगाने पर 23000 रूपए दिए जायेंगे, दूसरे व तीसरे साल 10-10 हजार रूपए मिलेंगे।
इसी तरह तीसरी केटेगरी में ड्रैगन फ्रूट, अनार आदि बागों पर ट्रेललिसिंग सिस्टम लगाने पर 70 हजार रुपए सब्सिडी मिलेगी।
चोथी केटेगरी में आठ x आठ मीटर दूरी पर टिश्यू कल्चर खजूर के बाग़ लगाने पर 1 लाख 40 हजार रूपए सब्सिडी मिलेगी। इसमें ज्यादातर खजूर के पौधे लगते हैं। पहले साल किसान को 84 हजार, दूसरे व तीसरे साल 28-28 हज़ार रूपए सब्सिडी मिलेगी।
जिला बागवानी अधिकारी डॉ. रमेश कुमार ने कहा कि सरकार ने बाग़ लगाने वालों को अब 50 प्रतिशत सब्सिडी देने का निर्णय लिया है। सब्सिडी से किसान का खुद का खर्च बहुत कम हो जाता है। बागवानी में सामान्य फसलों से कहीं ज्यादा आय प्राप्त होती है। सब्सिडी के लिए किसान कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं। जागरूकता कैंप में डॉ. रमेश कुमार द्वारा विभाग की मुख्य योजनाओं के बारे में किसानों को विस्तार से जानकारी दी गई जिनका ब्यौरा इस प्रकार से है। CCDP (फसल क्लस्टर विकास प्रोग्राम) योजना के अंतर्गत सब्जी उत्पादन पर 15000/- एकड़, मल्चिंग 6400 /- रुपये एकड, प्लास्टिक टनल पर रुपये 14.50 प्रति वर्ग मीटर (कवर्ड क्षेत्र के आधार पर), बांस स्टैकिंग पर 31250 /- रुपये प्रति एकड़, आयरन स्टैकिंग पर 70500 /- रुपये प्रति एकड़, अनुदान बागवानी विभाग द्वारा किसानों को दिया जाता है। पैक हाउस पर 165000/- रुपये प्रति इकाई, कम लागत प्याज भंडारण पर 87500/- रुपये प्रति इकाई, नेट हाउस (Flat Shape ) पर 370 /-sqm, नेट हाउस (केबल प्रलीन) पर 305.5/sqm, घुलनशील उर्वरक पर 2500/- प्रति हेक्टेयर, मधुमक्खी पालन पर 85% राशि दी जाती है। इसके अतिरिक्त GAP ( अच्छी कृषि पद्धतियाँ स्कीम) के अंतर्गत Solar Led Trap पर 1867/- प्रति इकाई, फिरोमोन ट्रैप पर 18/- प्रति ट्रैप, और SCSP अनुसूचित/ जनजाति के किसानों के लिए मशरूम उत्पादन पर 25500/- रुपये प्रति 100 ट्रै, बांस स्टैकिंग पर 53125 /- रुपये प्रति एकड़, आयरन स्टैकिंग पर 119850/- रुपये प्रति एकड़ अनुदान राशि दी जाती है। जिला बागवानी विभाग फरीदाबाद द्वारा वर्ष 2022-23 में किसानों के लिए मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना व भावांतर भरपाई योजना शुरू की गई है। मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना के अंतर्गत 21 फसलें शामिल की गई है जिसमें 14 सब्जियां (टमाटर, प्याज, आलू, फूलगोभी, बंदगोभी, गाजर, मटर, मिर्च, शिमला मिर्च, भिंडी, घीया, करेला, बैगन, मूली), 2 मसाला फसलें (हल्दी, लहसुन) व 5 फलदार फसलें (सिट्स, अमरूद, बेर, आम, लीची) हैं। ओलावृष्टि, जलभराव, आगजनी आदि किसी प्राकृतिक आपदा के कारण फसल में नुकसान होने पर सब्जी में 750 रुपये प्रीमियम (सिट्स, अमरुद, बेर, आम, लीची) हैं। ओलावृष्टि, जलभराव, आगजनी आदि किसी प्राकृतिक आपदा के कारण फसल में नुकसान होने पर सब्जी में 750 रुपये प्रीमियम भरने पर किसान को (0-50)% नुकसान पर 15000 रुपये, (50-75)% नुकसान पर 22500 रुपये, (75-100)% नुकसान होने पर 30000 रुपये अनुदान राशि दी जाती है। फलों में 1000 रुपये प्रीमियम भरने पर किसान को (0-50)% नुकसान पर 20000 रुपये, (50-75)% नुकसान पर 30000 रुपये, (75-100)% नुकसान होने पर 40000 रुपये अनुदान राशि दी जाती है। इस योजना का लाभ लेने के लिए किसान द्वारा मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना व मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। भावान्तर भरपाई योजना के अंतर्गत भी उपरोक्त 21 फसलें (14 सब्जियां, 2 मसाले व 5 फलदार फसलें) शामिल हैं। इस योजना का लाभ लेने के लिए किसान द्वारा मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण करवाना व “J-Form ” से अपने उत्पाद मंडी में बेचना है।