डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि नई व्यवस्था में रिकॉर्ड स्कैन कर डिजिटल रूप देना होगा। इसके साथ ही मूल प्रतियों के रखरखाव के लिए भी उचित व्यवस्था होनी चाहिए। नई डिजिटल व्यवस्था में रिकॉर्ड के रखरखाव से गलने और फट जाने की सम्भावना नहीं रहेगी। उन्होंने कहा कि सरकार की इस पहल से भूमि रिकॉर्ड की नकल प्राप्त करने के कार्य में पारदर्शिता आई है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि रिकॉर्ड रूम में सीसीटीवी लगाए जाए ताकि रिकॉर्ड रूम की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। डीसी ने निर्देश दिए कि पुराने रिकॉर्ड को स्कैन करने प्रक्रिया में तेजी लाएं। ताकि पुराने रिकॉर्ड को जल्द से जल्द ऑनलाइन अपडेट किया जा सके।
डीसी ने कहा कि एसडीएम स्तर के अधिकारी अधीनस्थ स्टाफ की कार्यप्रणाली का आकलन करें। सुनिश्चित करें कि रिकॉर्ड को डिजिटल करने के लिए सही प्रारूप व मानक नियमानुसार अमल में लाए जाएं। इसी तरह यह भी सुनिश्चित करें कि इस कार्य के लिए पर्याप्त मैन पावर व जगह उपलब्ध हो। ताकि कार्य सही समय पर पूरा किया जा सके। अन्यथा जिम्मेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। डीसी ने स्पष्ट किया कि सरकार की मंशा अनुसार जनहित में सभी आवश्यक कदम पारदर्शिता के साथ लागू किए जाएं। ऐसा न करने पर संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी भी तय की जाएगी।
समीक्षा बैठक में एसडीएम फरीदाबाद शिखा, एसडीएम बड़खल त्रिलोक चंद, एसडीएम बल्लभगढ़ मयंक भारद्वाज, सीटीएम अंकित कुमार सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद रहे।