Star Khabre; Faridabad;13th August आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आज शनिवार को गाँव गढ़खेड़ा में 75 फुट ऊंचे तिरंगे का ध्वजारोहण किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री कृषणपाल गुर्जर, कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा, विधायक नयन पाल रावत, मुख्यमंत्री के रजनीतिक सचिव अजय गौड़, भाजपा जिला अध्यक्ष गोपाल शर्मा सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे। गाँव के लोगों का दावा है कि यह हरियाणा के सभी गाँवों में सबसे ऊंचा तिरंगा है। 75 फुट ऊंचे पोल पर 24 फुट लंबा और 16 फुट चौड़ा तिरंगा फहराया गया। ध्वजारोहण से पूर्व युवाओं ने शहीद स्मारक अटाली से खेल नर्सरी तक तिरंगा मार्च भी निकाला।
इस अवसर पर भारत सरकार के भारी उद्योग एवं उर्जा विभाग के केन्द्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने कहा कि आज गढ़खेड़ा गांव की खेल नर्सरी में 75 फुट का झंडा लगाया है, जिसके लिए गढ़खेड़ा निवासियों को हार्दिक बधाई देता हूं। दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता और भारत के सर्वश्रेष्ठ प्रधानमंत्री मोदी जी के आह्वान पर आज हर घर तिरंगा अभियान की जो शुरुआत हुई है और मैं लोकसभा क्षेत्र के हर घर में तिरंगा लहराता हुआ देख रहा हु। तिरंगा हमेशा हमारी आन बान शान रहा है और मोदी जी ने जो देशभक्ति की भावना को जगाने का काम किया है उसी का नतीजा है आज करोड़ों घरों पर आपको तिरंगा लहराता नजर आएगा। तिरंगा देश का है, किसी राजनीतिक पार्टी का नहीं। जबकि विपक्ष को लगता है कि तिरंगा भी मोदी जी ने उनसे छीन लिया है। तिरंगा भारत के स्वाभिमान का प्रतीक है मोदी जी कहते हैं देश प्रथम और दूसरी पार्टियों का कहना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में नए भारत का उदय हो रहा है। हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री पंडित मूलचंद शर्मा ने कहा कि हर घर तिरंगा अभियान के कारण आज पूरा भारत तिरंगामय हो गया है। देशभक्ति से सराबोर देश नई दिशा में जा रहा है। विशिष्ठ अतिथि अजय गौड़ ने कहा कि युवा शक्ति ही राष्ट्र शक्ति है। इसलिए युवाओं को हर समय देश के विकास के बारे में चिंतन करना चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्ष चैयरमेन रावत ने कहा कि 75 फुट ऊंचा तिरंगा सिर्फ गढखेडा गाँव के लिए सैकड़ों गांव के लिए नाजिर बनेगी। कार्यक्रम में पूर्व सांसद राजकुमार सैनी, पूर्व विधायक राजेंद्र बीसला, मुख्यमंत्री के मीडिया समन्वयक मुकेश वशिष्ठ, भाजपा नेत्री अनीता शर्मा, मुकेश मास्टर, इंद्रजीत, कर्मवीर, सुरेंद्र सांगवान, बीरेन्द्र फौजी, सुरेश शास्त्री, प्रेमचंद, गोपाल शास्त्री, उदयपाल, सुनील सैनी, योगेश चौधरी, ब्रजेश वामदेव, विवेक सैनी, जनक कालीरमण और सतपाल कश्यप मौजूद थे।